बिहार के मशहूर मैथेमैटिक्स गुरू फेम आरके श्रीवास्तव ने बातचीत के दौरान बिहार बोर्ड की परीक्षा दे रहे बच्चों को गणित की परीक्षा में अच्छे अंक लाने के टिप्स दिए हैं। उन्होंने बताया कि गणित की परीक्षा में फॉर्मूले का काफी महत्व होता है। गणित विषय की परीक्षा में 60 प्रश्न वस्तुनिष्ठ के होंगे। इनमें से 50 प्रश्नों का उत्तर देना होगा। अधिकतर वस्तुनिष्ठ प्रश्न फार्मूला आधारित हो सकते हैं। इससे आपको वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की तैयारी के लिए फार्मूले पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
उक्त सलाह बिहार के मशहूर गणित शिक्षक आरके श्रीवास्तव ने 7 फरवरी को होने वाली 12वी के गणित परीक्षा हेतू दिया। आरके श्रीवास्तव ने बताया कि वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की तैयारी के लिए जरूरी है कि हर चैप्टर से सब्जेक्टिव प्रश्नों की तैयारी करें। क्योंकि सब्जेक्टिव प्रश्नों से ही वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के मॉडल प्रश्न पत्रों से जरूर पढ़ाई करें क्योंकि उससे बहुत मदद मिलेगी।
रिलैक्स मूड में पढ़ें गणित विषय:—-
आरके श्रीवास्तव ने बताया कि गणित पढ़ने का सही समय वही है, जब छात्र खुद को रिलैक्स महसूस करें। हर दिन तीन से चार घंटे इस विषय पर देना चाहिए। समय अपने अनुसार तय करें।
69 प्रश्नों का देना होगा जवाब
गणित में इस बार वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या बढ़ाई गयी है। कुल 90 प्रश्न पूछे जायेंगे। इनमें 69 प्रश्नों का उत्तर देना होगा। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या 60 होगी। इनमें 50 का उत्तर देना होगा। वहीं लघु उत्तरीय 22 प्रश्न पूछे जायेंगे, इनमें 15 का जवाब देना होगा। दीर्घ उत्तरीय आठ प्रश्न रहेंगे, इनमें चार का उत्तर देना होगा।
ये हैं कुछ महत्वपूर्ण चैप्टर
कैलकुलस में मैक्सिमा और मिनिमा, मीन वैल्यू थ्योरम, रैल्स थ्योरम, इनडेफिनिट इंटीग्लर, प्रॉपर्टी ऑफ डेफनिट इंटीग्लर्स, एरिया बाउडेड वाइ कर्वस, डिफरेसियल इक्वेशन, लिनियर प्रोग्रामिंग, डॉट एंड क्रॉस प्रोडक्ट, दो रेखाओं के बीच न्यूनतम दूरी, डिटरमिनॉट, आब्युह,इनर्वस स्क्रूलर फलन, वेक्टर विश्लेशण और त्रिक ज्यमिती।
इस बार ऐसा रहेगा गणित के प्रश्न पत्रों का पैटर्न, तैयारी से पहले इन्हें जानें
– वस्तुनिष्ठ 60 प्रश्न होंगे, इनमें 50 प्रश्नों का जवाब देना है
– लघु उत्तरीय 22 प्रश्न रहेंगे, इनमें 15 प्रश्नों का उत्तर देना होगा
– दीर्घ उत्तरीय 8 प्रश्न पूछे जायेंगे इनमें से 4 प्रश्नों का उत्तर देना होगा
उत्तर देने में शब्दों का रखें ख्याल
मैथेमैटिक्स गुरू फेम आरके श्रीवास्तव ने कहा उत्तर देने में शब्द सीमा का ख्याल रखें स्टूडेंट्स। लघु उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर 30 से 50 शब्दों में दें। वहीं दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर 140 से 250 शब्दों में दें। शब्द सीमा में उत्तर रहता है तो परीक्षक पर सकारात्मक असर होता है और वो पूरा अंक देते हैं।
सामान्य सुझाव
– हर दिन तीन से चार घंटे की पढ़ाई करें।
– लिखने का अभ्यास हर दिन दो से तीन घंटे करें।
– हर दिन अच्छी नींद लें, एनर्जी वाले फूड जरूर खाएं।
– फॉर्मूले को नियमित लिखकर अभ्यास करें।
– पांच साल के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें।
– जितना भी आता हो, उत्तर लिखें इसमें स्टेपवाइज मार्किंग होगी।
गणित की प्रैक्टिस और मजबूत करना चाहते हैं, तो पिछले साल के बिहार बोर्ड के क्वेश्चन पेपर की प्रैक्टिस करें,
फॉर्म्यूला याद रखना गणित में सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर आपको वह याद नहीं है तो आपका समय भी बर्बाद होगा और आप सवाल हल भी नहीं कर पाएंगे। इसलिए फॉर्म्यूले के लिए अलग से नोट्स बना लें, आप फॉर्म्युलों की टॉपिकवाइज लिस्ट बना सकते हैं।
याद रखें, गणित की परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट बहुत अहम होता है। इसलिए अच्छी प्रैक्टिस तो यह है कि हर आधे घंटे पर बचे हुए सवालों और टाइम पर नजर रखे रहें।
सारे थ्योरम की अच्छी से प्रैक्टिस करें, ताकि आप सवाल आसानी से हल कर सकें।
गणित के एग्जाम में कैलकुलेशन लम्बी हो सकती हैं, इसलिए समय बर्बाद करने से अच्छा है बेसिक कैलकुलेशन के शॉर्ट कट याद कर लें।