कटिहार : कहने को तो सरकार महादलित परिवारों के लिए कई अहम योजनाएं चला रही है मगर हक़ीक़त में यह सिर्फ कहावत बन कर ही रह गई है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखण्ड अंतर्गत मधुरा पंचायत के वार्ड संख्यां तीन में रह रहे महादलित परिवार की है।
आज उन्हीं परिवारों का जायजा लिया हमारे संवाददाता तौक़ीर रज़ा जब उनके बीच पहुँचे तो उन्हें इन महादलित परिवारों की जिंदगी को इन दिनों बे पटरी होता दिखाई दी। इन परिवारों के पास न ही सर छुपाने के लिए घर है, न ही शौच करने के लिए शौचालय है, आज भी यह परिवार खुले में शौच करने के लिए मजबूर है। यहां रह रहे महादलित परिवार कह रहे हैं न ही हम लोगों का रोजगार चल रहा है कि सर छुपाने के लिए घर बना सकें, न ही शौच करने के लिए शौचालय बनवा सकते हैं, जलनल योजना के तहत हम लोगों के घर पर नल भी नहीं लगाया गया है कि साफ सुथरा पानी पी सके, सरकार की सभी योजनाए सिर्फ दिखावा बन कर रह गई है।
वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि 20 वर्ष पूर्व इंद्रा आवास का लाभ तो मिला था मगर इतना कम रुपया मिला कि घर भी पूरा नहीं हो सका, घर के छत पर किसी तरह से पलास्टिक लगा कर अपनी जिन्दगी गुजर बसर कर रहे हैं, खास कर बरसात और ठंड के दिनों में घर के अंदर रहना बड़ी मुश्किल हो जाता है। छोटे-छोटे बच्चे तड़प तड़प कर रह जाते हैं, जब कि यह तस्वीर देख कर अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरहत यह महादलित परिवार अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। इन दिनों ये महादलित परिवार सरकार से घर मरम्मती और शौचालय की मांग कर रहे हैं।
तौक़ीर रज़ा
कोशी की आस@कटिहार