खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखण्ड बाल विकास परियोजना कार्यालय में नियुक्त डाटा इन्ट्री ऑपरेटर पंकज कुमार को चौथम थाना के पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक पिटाई कर दिया गया। बताते चलें कि डाटा ऑपरेटर पंकज कुमार जो परबत्ता ब्लॉक से कोविड-19 के रोकथाम से समबंधित काम निपटाकर 10 अप्रैल रोज शुक्रवार को शाम 7:00 बजे अपना मोटर साईकिल से घर वापस आ रहे थे। घर वापसी के दौरान चौथमथाना अंतर्गत पिपरा बाजार के निकट चौथम थाना पुलिस द्वारा उनकी जमकर पिटाई कर दी गई। जबकि डाटा ऑपरेटर पंकज कुमार को प्रखंड विकास पदाधिकारी परबत्ता के द्वारा कोविड-19 का कार्ड निर्गत किया गया है और मोटर साईकिल का पास अंचलाधिकारी प्रवक्ता के द्वारा निर्गत किया गया है।
इन दोनो कार्ड को दिखाने के बावजूद भी चौथन थाना पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक पिटाई कर दिया गया। नोबेल कोरोनावायरस की रोकथाम हेतु सरकार के पहल पर जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक ब्लॉक मे कार्यरत कर्मियो की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए जिले के सभी पुलिस कर्मियों को नागरिकों की सुरक्षा हेतु तैनात किया गया है। लेकिन चौथम पुलिस कोविड-19 के दौरान कार्य करने हेतु कार्ड रहने के बावजूद भी इस तरह का हरकत करते से बाज नही आ रहे है। हालांकि इसकी लिखित सूचना डाटा ऑपरेटर पंकज कुमार ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी परबत्ता को दिया है और उसकी प्रतिलिपि जिला पदाधिकारी आलोक रंजन घोष व जिला प्रोग्राम पदाधिकारी खगङिया को भी दिया है। अब देखना यह है कि चौथम थाना के द्वारा इस तरह की हरकत करने पर खगड़िया जिला पुलिस अधीक्षक किस तरह का निर्णय लेते हैं। दुसरी तरफ पत्रकार द्वारा चौथम थानाध्यक्ष से बात करने पर उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। इधर बिहार राज्य ग्रामीण आवास कर्मी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष व संविदा कर्मी महा संघ के जिला सह अध्यक्ष आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने डाटा इन्ट्री ऑपरेटर पंकज कुमार के साथ पुलिसिया जुल्म की घटना की निंदा की है।
अनीश चौरसिया
कोशी की आस@खगड़िया