दिन-रात ड्यूटी पर रहने वाले एम्बुलेंस कर्मियों के लिए भी कोरोना संकट के दौरान 50 लाख के बीमा की माँग

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अनिश चौरसिया
कोशी की आस@खगड़िया

कोरोना संकट के दौरान पूरे जिले के रोगियों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई ना हो जिसके लिए 102 एंबुलेंस के कर्मचारी दिन-रात कोरोना के संदिग्ध रोगी को किस प्रकार संक्रमण से बचाया जाए उसके लिए एंबुलेंस के सभी कर्मी यथा ड्राइवर और समस्त मेडिकल टीम भूख-प्यास त्याग कर 24 घंटे रोगियों का सेवा कर रहे हैं।

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साथ ही 102 एंबुलेंस की टीम हर संभव प्रयास करती है कि किस प्रकार रोगियों को हायर सेंटर पहुंचा कर बचा लिया जाए। रेफरल अस्पताल गोगरी से खगड़िया भेजा जाता है, खगड़िया से जेएल एम एन सी एच भागलपुर तो कभी पटना पीएमसीएच पहुंचाया जाता है। इनके द्वारा बीमार व्यक्तियों को सेवा देकर जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीज को बचाने का काम करते हैं तथा एक अस्पताल से दूसरे में रेफर किए जाने पर उस बीच में तय किए गए दूरी मैं टेक्नीशियन द्वारा मरीजों का विशेष ख्याल रखा जाता है।

जिले के एंबुलेंस कंट्रोल ऑफिसर चंद्र प्रकाश चीकू का कहना है कि मैं अभी एंबुलेंस को लेकर काफी सजग हूँ।छोटी-छोटी बातों पर विशेष ध्यान रखता हूँ ताकि किसी प्रकार की कोई कठिनाई ना हो। हमलोग 24 * 7 इस पर काम कर रहे हैं, जिले में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होने देंगे। मरीज की छोटी-छोटी बातों पर विशेष ध्यान रखा जाता है।

बिहार सरकार की तरफ से जो भी सुझाव दिया जा रहा है, उसे पालन करने की आवश्यकता है। सभी से अपील है कि संयम बरतेंगे, अपने घर में रहेंगे, तो करोना जैसी बीमारियों को इस देश से भागना ही होगा। पूरे जिले में एंबुलेंस स्वच्छ करवा रहे हैं। ड्राइवर मेडिकल टीम के लिए पीपीई कीट भी दिया जा रहा है। कहीं वह भी संक्रमण का शिकार ना हो, हर चीज का ख्याल रखा जा रहा है। पूरे जिले में दौरा कर रहे हैं, चाहे रेफरल अस्पताल गोगरी हो परबत्ता हो एचसी अलौली हो बेलदौर चौथम खगड़िया सदर पूरे जिले में मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अपने सभी कर्मियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। ए सी ओ चीकू ने बताया कि बिहार में अभी हम लोग 102 एंबुलेंस से रिकॉर्ड तोड़ सेवा दे रहे हैं 1 दिन में 5555 मरीज को सेवा उपलब्ध कराएं हैं।102 एंबुलेंस के निदेशक राजीव रंजन उर्फ गुड्डू, निदेशक जितेंद्र कुमार और निदेशक बृजेश रंजन के मेहनत एवं समाज में सेवा के भाव से इस संकट के दौरान कार्य करने की शक्ति मिल रहा है।

102 एंबुलेंस मेंटेनेंस मैनेजर पीके रतन भी काफी मेहनत के साथ सामने आए हैं। उन्होंने वादा किया है कि बिहार में किसी भी एंबुलेंस को लॉक डाउन की वजह से नहीं रुकने देंगे कोई भी एंबुलेंस का पहिया नहीं रुकेगा। पटना के एचआर डिपार्टमेंट भी काफी चुस्त-दुरुस्त नजर आ रही है। एच आर सत्य कमल और तौहीद कोई भी मामला संज्ञान में आने पर तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। इस घड़ी में जो भी ड्राइवर एमटी इमानदारी पूर्वक काम नहीं करेंगे, बहाना बनाकर घर भागेंगे, तो कार्रवाई की जाएगी।

साथ ही बिहार राज्य 102 कंपनी पशुपति डिसटीब्यूटर की ओर से ढाई लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में कोरोना से निपटने के कंपनी के निदेशक ने मदद की है। साथ ही 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ खगड़िया की ओर से बिहार सरकार से माँग की है कि जिस प्रकार सरकारी कर्मचारियों का 50लाख का बीमा किया गया है, उसी प्रकार एंबुलेंस के कर्मियों के ऊपर भी लागू किया जाए। इस घड़ी में सबसे ज्यादा एंबुलेंस के कर्मियों को खतरा है। इस स्थिति में अगर किसी की जान भी जाती है तो उसके परिवार को 50लाख दिया जाए।

मौके पर जिला सचिव शशि कुमार, उपाध्यक्ष नीरज कुमार, कोषाध्यक्ष राजू कुमार, शशि भूषण मंडल, अजय कुमार सुमन, दीपक चौधरी, विनोद कुमार, जय नारायण शाह, फैयाज आलम, मोहम्मद शाकिर, विकास कुमार, विधान सिंह, मुन्ना चौरसिया, अमित कुमार, दिवाकर पंडित, नवीन मंडल और सुरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।

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