केन्द्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के आह्वान पर आज भारत बंद का एलान पूरा मधेपुरा में भी देखने को मिला।किसानों के इस आंदोलन के बाद केन्द्र सरकार को विवादित कानून लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. किसान संगठनों के भारत बंद को समर्थन को लेकर विभिन्न पार्टी ने भी जम कर समर्थन किया।
केन्द्र सरकार कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर नेशनल कांग्रेस के साथ-साथ सभी विपक्षी पार्टियों ने 8 दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद को समर्थन देने का काम किया है।किसान संगठनों का भारत बंद ऐतिहासिक है।क्योंकि सभी किसानों ने केन्द्र की मोदी सरकार के खोखले वादों को लेकर पूरे देश के सामने लाएगे।इसके बाद केन्द्र सरकार को मजबूर होकर इन काले कानूनों को वापस लेना पड़ेगा। तो वहीं आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय भाजपा की ओर से किसानों से जो वादे किए गए थे वह अब मुकर कर अपने उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे और किसानों के साथ धोखाधरि कर रहे हैं।
जगदीप कुमार
कोशी की आस@खगड़िया