खगड़िया : फिल्म ‘नायक’ में जैसे अनिल कपूर को महज़ एक दिन का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला, वहीं बिहार में भी महज़ पांच दिन के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह के निधन के बाद उनके गाँव में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पहुँचे।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के आते ही सतीश कुमार सिंह के गाँव को पुलिस छाबनी में तब्दील कर दिया गया। किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी घटना न हो जाये इसके लिए पुलिस की कड़ी नजर थी। हेमंत सोरेन ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके आत्मा की शन्ति हेतु प्रार्थना किया।
आपको बताते चले कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड के सतीश नगर गांव के रहने वाले थे। यह गांव उनके नाम पर ही बसा है। सिंह पहली बार 1968 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से विजयी हुए। तब वे मात्र 32 वर्ष के थे। वे 28 जनवरी, 1968 से 1 फरवरी, 1968 तक यानी पांच दिन मुख्यमंत्री रहे।
कांग्रेस के टिकट पर 1980 में लोकसभा का चुनाव जीतकर खगड़िया क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। उनका जन्म 1 जनवरी, 1936 को हुआ था। 2 नवंबर, 2020 को निधन हो गया।
बिहार चुनाव को लेकर पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए के मुख्यमंत्री उम्मीदवार नीतीश कुमार चुनाव में जीत कर भी हार गए।
जगदीप कुमार
कोशी की आस@खगड़िया