महाराष्ट्र के पालघर में हुए संत कल्पवृक्ष गिरी, सुशीलगिरी महाराज को उनके ड्राइवर के साथ जो निर्मम हत्या किया गया। इसको लेकर पूरे देश में आक्रोश की लहर है। वहीं उद्धव सरकार अभी तक कोई भी ठोस कारवाई करने में असफल रही। उक्त बातें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेला सिमरी के कार्यकर्ताओं का कहना था, साथ ही उनके द्वारा उद्धव ठाकरे का पुतला दहन सोशल डिशटेन्स का पालन करते हुए किया गया।
एबीभीपी के रिपुंजय झा ने कहा कि हम सन्तों को शत शत नमन करते हैं, वो हमेशा से हमलोगों के लिए पूजनीय हैं। आज भारतवर्ष पूरे विश्व में अपने सन्तों के लिए जाना जाता है। उनका इस तरह से हत्या हो जाना, हमलोगों के लिए असहनीय है। यह एक अक्ष्मय अपराध किया गया है, सभी दोषियों के ऊपर कठोर कार्रवाई हो।
वहीं गोपाल झा ने महाराष्ट्र सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि हत्यारों को सिर्फ फांसी दिया जाये एवं ऐसे असामाजिक तत्वों पर तत्काल कारवाई किया जाए। उन्होंने बताया कि यह एक साजिश के तहत हुआ है क्योंकि वायरल वीडियो में यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि सुरक्षाकर्मी के द्वारा सन्तों को भीड़ के हवाले कर दिया जाता है और उस भीड़ ने किस तरह हमारे पूजनीय सन्तों का हत्या कर दिया और बिना किसी जाँच के सरकार के द्वारा यह बयान भी दिया जाता है कि यह गलतफहमी के वजह से हुआ है जो कि एक प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
उन्होंने कहा कि अगर वीडियो वायरल नहीं होता तो सरकार के द्वारा इस घटना को दबाने की साजिश थी। हम इस घटना का निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं तथा जो भी इस घटना में संलिप्त हैं, उसे फांसी पर लटकाने की मांग करते हैं। अगर यदि ऐसा नहीं हुआ तो लॉक डाउन समाप्त होने के बाद सम्पूर्ण भारतवर्ष में सन्तों के द्वारा एक विशाल आंदोलन किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेवारी सिर्फ महाराष्ट्र सरकार की होगी।
अनीश चौरसिया
कोशी की आस@खगड़िया