अबू फरहान
कोसी की आस @ किशनगंज
जिले में अनुसंधान कार्यों में गुणवत्ता एवं तीव्रता लाने के लिए पुलिस मुख्यालय के द्वारा हाल ही में अनुसंधान एवं विधि व्यवस्था इकाई को अलग करने का निर्देश प्राप्त हुआ है तथा प्रत्येक थाने में अनुसंधान इकाई को गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान सुनिश्चित करने का निर्देश पुलिस महानिदेशक बिहार पटना के द्वारा दिया गया है।
उक्त आदेश के आलोक में त्वरित कार्यवाही करते हुए किशनगंज ज़िला के नगर थाना में एक आधुनिक अनुसंधान कक्ष तैयार किया गया है, जो लगभग सभी सुविधाओं से लैस है, अनुसंधानकर्ताओं के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई है, जिसमें एक साथ 12 अनुसंधानकर्ता बैठकर अनुसंधान कार्य कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त अपराधिक घटनाओं के डेटाबेस के रूप में विगत कुछ महीनों के अखबार का कतरन जो अंतर जिला तथा सीमावर्ती राज्य एवं देश के अपराधिक घटनाओं से संबंधित है का एक गार्ड फाइल भी तैयार कर रखा गया है।जिसका आज पुलिस उपमहानिरीक्षक पूर्णिया क्षेत्र श्री राजेश त्रिपाठी के कर कमलों से डीएम हिमांशु शर्मा, डीडीसी यशपाल मीणा की उपस्थिति में तथा एसपी कुमार आशीष के नेतृत्व में तथा एसडीपीओ डॉक्टर अखिलेश कुमार, अजय कुमार झा, मनीष कुमार आदि पुलिस अधिकारियों के साथ बड़े उत्साह के साथ उद्घाटन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि इस अनुसंधान कक्ष ने किशनगंज पुलिस बल को एक नई दिशा प्रदान की है, जो संभवतः बिहार राज्य में वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में एक अनूठा एवं सराहनीय कदम है।
आदरणीय पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पांडे एवं अपराध अनुसंधान विभाग के अपर पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार से मिले दिशा-निर्देशों के आलोक में किशनगंज पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष का यह अनूठा प्रयास बेहतर अनुसंधान तथा त्वरित न्याय दिलाने के साथ-साथ क्राइम कंट्रोल की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।