अबू फ़रहान छोटू
कोसी की आस@किशनगंज
किशनगंज: गुरुवार समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी के कार्यालय वेश्म में डीएम हिमांशु कुमार शर्मा, विधायक मुजाहिद आलम, जिला कृषि पदाधिकारी सहित कमेटी के अन्य पदाधिकारीयों की उपस्थिति में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। उपस्थित सदस्यों को जानकारी देते हुए जिला कृषि पदाधिकारी संत लाल प्रसाद साह ने बताया कि जिले में थोक उर्वरक विक्रेताओं की संख्या 3 है। सहकारी समिति उर्वरक विक्रेता की संख्या 1 एवं विस्कोमान की संख्या 1 है। किशनगंज प्रखंड में खुदरा उर्वरक विक्रेताओं की संख्या 17,कोचाधामन में 49, बहादुरगंज में 64,दिघलबैंक में 59, ठाकुरगंज में 33, पोठिया में 21 तथा 43 है। आगे जिला कृषि पदाधिकारी ने रबी फसल 2019-20 का भंडारण की स्थिति बताते हुए कहा कि वर्तमान में 4770.43 मिट्रीक टन(एमटी) विभिन्न प्रकार के उर्वरक भंडारित है।
बैठक में प्रशिक्षु आईएएस चन्द्र शेखर आनन्द एवं एरिया मैनेजर अमितेश कुमार भी उपस्थित थे।
वहीं बैठक के बाद विधायक मुजाहिद आलम ने डीएम हिमांशु कुमार शर्मा से समाहरणालय स्थित उनके कार्यालय वेश्म में 6 सदस्यीय किसानों का शिष्टमंडल के साथ मुलाकात कर कहा कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड, पटना के द्वारा मस्तान चौक बगलबाड़ी बरबट्टा पथ में मौधो हाट के पास 17 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे पुल का निर्माण कार्य चालु है। जिसमें हाजी शकील, शहरोज आलम, शाहनवाज आलम, हैदर आलम, नौमान ग़ाजी तथा रफीक आलम सहित कुल 6 किसानों की जमीन को मौधो पुल निर्माण के लिए अधिग्रहित किया गया है, जिसमें पुल निर्माण का काम चालु है। अधिग्रहित की गयी जमीन का मुआवजा का भुगतान अबतक किसानों को नहीं किये जाने से नाराज होकर सभी ने पुल निर्माण का काम रोक दिया है।जब्कि आने वाले 5 महिने के अंदर पुल निर्माण का काम पूरा नहीं किया गया तो बरसात आजायेगा और काम करना असंभव हो जाएगा। विधायक ने डीएम हिमांशु कुमार शर्मा से जल्द किसानों को अधिग्रहित किये गये जमीन का मुआवजा भुगतान कराने का आग्रह किया।
मौके पर उपस्थित किसानों ने भी बारी बारी से अपनी बातें डीएम के समक्ष रखी। डीएम हिमांशु कुमार शर्मा ने विधायक मुजाहिद आलम एवं सभी किसानों को आश्वस्त किया कि एक महिने के अंदर अधिग्रहित जमीन का मुआवजे का भुगतान कर दिया जाएगा तब तक पुल निर्माण का काम चालु रहने दें एवं निर्माण कार्य में मदद करें ताकि ससमय पुल बनकर तैयार हो सके एवं आवागमन में सहुलियत हो।