राहुल यादव
कोशी की आस@मधेपुरा
जहाँ पहले सरकारी अस्पताल में बिस्तर पर कुत्ते आराम फरमाते थे और इलाज के नाम पर एक माह में करीब 39 मरीज ही जाते थे, समय के साथ वो दिन अब बदल गये हैं।अब एक माह में दस हजार मरीज अपना इलाज सरकारी अस्पतालों में करवाते है। उक्त बाते कोई और नहीं बल्कि शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधेपुरा में 500 बेड वाले सर्वसुविधायुक्त जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार सरकार इतना विकास करना चाहती थी कि इस क्षेत्र के लोगो को इलाज हेतु मजबूरी में कहीं बाहर नहीं जाना परे। मधेपुरा के इस मेडिकल कॉलेज का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमें ख़ुशी है कि अब इस क्षेत्र के लोगों को इलाज हेतु बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि इसी मेडिकल कॉलेज की घोषणा के साथ ही पावापुरी और बेतिया के मेडिकल कॉलेज की घोषणा हुई थी, वो दोनों कॉलेज पूर्व में ही शुरू हो चूका है लेकिन इसमें थोडा विलम्ब हुआ जिसका कारण जमीन का अभाव था। बाद में भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के सहयोग से जमीन मिला और आज 25 एकड़ में यह ग्रीन कैंपस तैयार है जो करीब आठ सौ करोड़ की लागत से बनकर जनसेवार्थ लोकार्पित किया जा रहा है।
जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल मधेपुरा
माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आज हर क्षेत्र में विकासात्मक कार्य कर रही है लेकिन कुछ लोग को विकास नजर नहीं आता है। बिहार की जनता को विकस नजर आता है, इसलिए हमे दोबारा मौक़ा मिला है। अगर बिहार की जनता की तरफ से फिर से मौक़ा मिला तो हर इच्छुक किसान को उनके खेत तक विधुत का कनेक्शन पहुँचाया जायेगा और सभी किसानो को विधुत कनेक्शन दिया जायेगा।
उन्होंने कहा बिहार में सतत विकास का कार्य जारी है। सरकार सभी क्षेत्रों में काम कर रही है। सात निश्चय योजना अंतर्गत आने वाले सभी कार्यों को मजबूती से किया जा रहा है। कुछ लोग वोट के लिए कार्य करते है लेकिन हम सेवक बनकर केवल विकासत्मक कार्य कर रहे है। अपने संबोधन के अंत में उन्होंने कहा जल जीवन हरियाली का ख्याल रखिये सबसे मिलकर रहिये।
मुख्यमंत्री के संबोधन से पूर्व कार्यक्रम की शुरआत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजीव कुमार ने स्वागत भाषण से किया जिसमें उन्होंने बताया कि अब तक के सबसे आधुनिकतम अस्पताल परिसर के कई खासियत है जिसमे उपयोग में लाये जाने वाले पानी को पुनः रीसायकल कर इसी परिसर में उपयोग किया जायेगा। 280 किलो वाट विधुत उत्पान यूनिट से परिसर को सीधा जोड़ा जायेगा जिससे परिसर में सदा विधुत सेवा बहल रहे। अगले कुछ ही दिनों में यहाँ 76 जूनियर चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। 176 नर्सो की बहाली अभी हाल ही किया जा चूका है।
संबोधित करते हुए सुपौल सांसद दिलेश्वर कामत ने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शुरू होने से नजदीकी पांच जिले को काफी फायदा होगा। लोगों को अब इलाज के लिए इस क्षेत्र से 250-500 किलोमीटर दूर की यात्रा नहीं करनी होगी। जहाँ मेडिकल कॉलेज औऱ अस्पताल में दवा मिलेगा, वहीं बगल में सिंहेश्वर बाबा की दुआ भी मिलेगी।
मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि सरकार लगातार विकासात्मक कार्य कर रही है लेकिन चुनाव के समय कुछ लोग कला चश्मा लगा के घूमेंगे और कहेंगे कि विकास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पीड़ा केवल देखते नहीं बल्कि उसका निदान भी करते है।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री रमेश ऋषिदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश में बिहार लगातार विकास की ओर अग्रसर है। प्रदेश में आजादी के बाद अब तक जितने मुख्यमंत्री हुए, उनमें सबसे ज्यादा विकास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार कोसी पर नजर बनाए रखे हुए हैं और आगे भी इसी तरह बना रहेगा जिससे कोशी नया इतिहास लिखेगा। एससी एसटी के बच्चों को पढ़ने के लिए राज्य सरकार ने दो विद्यालय दिया है। टी पी कॉलेज में छात्रों के लिए 100 बेड का हॉस्टल दिया है।
मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि लोगों को पहले 350 किलोमीटर की यात्रा कर पटना इलाज के लिए जाना होता था लेकिन इतने अच्छे संस्थान के शुरू हो जाने से अब आज से सारी कठनाई दूर हो रही है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य के लोगो को जो स्वास्थ्य सुविधा दिया है वह देश में और कहीं नहीं दिया गया है। जब 2008 में हमलोग बाढ़ से जूझ रहे थे तब मुख्यमंत्री ने 40 अरब कर्ज विश्व बैंक से लेकर विकासात्मक कार्य किया। अभी उदाकिशुनगंज से विजय घाट तक जीरो माइल का कार्य तेजी से हो रहा है।
मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि आज का दिन, इतिहास में कोसी की धरती के लिए स्वर्णीयम अक्षर में लिखा जाएगा। पावरग्रिड से जुड़ने हेतु जिससे ऑपरेशन के समय विधुत सेवा खत्म न हो के लिए रुपये आवंटित किए जा चुके है। मंत्री ने मुख्यमंत्री से संस्थान परिसर में कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा लगाने का मांग किया।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आज का दिन मधेपुरा जिला के लिए यादगार दिन है, ऐतिहासिक दिन है। आज 1041 करोड़ की लागत से बने अस्पताल का उद्घाटन और 89 करोड़ के योजनाओं का शिलान्यास किया गया है।मुख्यमंत्री के दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि आज मधेपुरा में यह मेडिकल कॉलेज है। करीब 2 करोड़ की आबादी को समर्पित अस्पताल कोई सामान्य अस्पताल नहीं है। पहले यह नहीं सोचा गया था कि यह वर्ल्ड क्लास होगा लेकिन यह विश्व स्तरीय है। बहुत सारी सुविधाएं जैसे ऑपरेशन, एक्सरे, अल्ट्रसाउंड, सीटी स्कैन, पैथलॉजी जांच, डॉयसिस आदि आज से शुरू हो गया।
अपने संबोधन में मंत्री श्री पाण्डेय ने आगे कहा कि 2005 और 2020 के स्वास्थ्य सेवा की तुलना में उस समय का सेवा आज के सेवा से तुलना नहीं किया जा सकता है। इस राज्य में 96 जगहों पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए टेंडर कर दिया गया है। दुनिया मे सबसे बड़ा अस्पताल बिहार में होगा उसका जल्द शिलान्यास पटना में किया जाएगा। 9200 नर्स की नियुक्ति अंतिम चरण में है, 6400 डॉक्टर की बहाली शीघ्र कर लिया जायेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने रिमोट से 1041 करोड़ लागत की योजनाओं का उद्घाटन और 89 करोड़ कि लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों को हिदायत दिया कि शिलान्यास किये गये कार्यो पर नजर रखे और सभी काम बिल्कुल समय पर हो इसका ध्यान रहे।