लखीसराय : सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन के लिए करें जागरूक – बीडीओ।

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रितेश : हन्नी
कोशी की आस@लखीसराय

मिशन परिवार​ विकास अभियान को लेकर जिले के पिपरिया प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक कंनवर्जेंस मीटिंग की गयी। इस मीटिंग की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युजंय कुमार ने किया। बैठक में बीते सप्ताह में परिवार नियोजन को लेकर हुए कार्यों की समीक्षा भी की। इस दौरान उन्होंने ने प्रखंड प्रमुख, जीविका से प्रखंड समन्वयक, सभी आशा फैसिलीटेटर, महादलित मिशन, केयर इंडिया व यूनिसेफ के अधिकारियों से बात करते हुए परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान आयोजित की जाने वाली परिवार नियोजन शिविर, बंध्याकरण व नसबंदी कराने वाली महिलाओं व पुरुषों की लाइनलिस्टिंग सहित अंतरा व छाया के निशुल्क वितरण पर चर्चा किया। बीडीओ ने कहा आशाओं व आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से परिवार नियोजन के लिए सूचीबद्ध किये गये पुरुषों व महिलाओं को परिवार नियोजन का पूरा लाभ दिया जाये। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये।

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उन्होंने आगे कहा कि परिवार नियोजन के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरूकता लाने का काम आशा व एएनएम कर रहे हैं। पंचायत प्रतिनिधि भी जागरूकता फैलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। पंचायतों व गांवों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है और इसका अधिक से अधिक लाभ वे ग्रामीणों तक पहुंचा सकते हैं। परिवार नियोजन पर महिलाओं व पुरुषों को प्रोत्साहित करें। डीटीएल नावेदउर रहमान ने कहा परिवार नियोजन का लाभ मिलने वालों की सूची तैयार की गयी है।

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केयर इंडिया के प्रखंड समन्वयक से भी परिवार नियोजन पर किसी प्रकार की जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं। सभी आंगनबाड़ी सेविकाएं अपने अपने क्षेत्र में आशा व एएनएम की मदद ले सकती है। परिवार नियोजन कराने के लिए महिलाओं व पुरुषों को प्रोत्साहित करें। परिवार नियोजन की इच्छुक महिलाओं व पुरुषों को इस सेवा का पूरा पूरा लाभ दिलाने में उनकी हर स्तर से मदद करें। प्रखंड का हर पंचायत होगा स्वस्थ।

पिपरिया प्रखंड प्रमुख लूसी देवी ने कहा कि जब प्रखंड का हर पंचायत स्वस्थ होगा तभी यह प्रखंड प्रगति कर सकेगा। इसके लिए हर बच्चे के समावेशी विकास पर ध्यान रखना जरूरी है। लेकिन बच्चों का यह समावेशी विकास उसके परिवार पर भी निर्भर करता है। यदि परिवार में बहुत अधिक बच्चे होंगे तो इसका प्रभाव भी परिवार पर ही पड़ता है। इसलिए छोटा परिवार का विचार करना प्रखंड के हर एक दंपति का कर्तव्य है। मौके पर जिला परिवार नियोजन समन्वयक अनुराग गुंजन, जिला तकनीकी पदाधिकारी विजय पांडे, बीएचएम अमन नजर, आशा फैसिलीटेटर पूजा कुमारी, एएनएम चंदा कुमारी, रेखा कुमारी सहित प्रखंड के अंतर्गत मोहनपुर, रामचंद्रपुर, औलीपुर, सैदपुरा व पिपरिया पंचायतों के सरपंच भी मौजूद थे।

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