मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र में कोरोना महामारी के कारण हुए लॉक डाउन में गरीबों के बीच राशन को उपलब्ध करवाने को लेकर राज्य से लेकर जिला प्रशासन तक प्रयासरत है। वहीं जनवितरण प्रणाली के दुकानदार अपनी पुरानी आदतों को छोड़ने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। वे लोग गरीबों का राशन को सीधे तौर पर डकारने में जरा भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार सकंट के घड़ी में गरीब राशन के अभाव में भूखे नहीं रहे इसके लिए किसी प्रकार की कोताही नहीं बरत रही हैं किन्तु आये दिन डीलर पर राशन गटकने का आरोप लगता रहता है। आवंटन के बावजूद कई जगहों से अनाज का वितरण नहीं हो रहा है।
बता दें कि एक सप्ताह के अंदर प्रखंड में पांच से अधिक डीलरों पर वितरण एवं कालाबाजारी में संलिप्त होने का आरोप लगा है। हाल ही में रामपुर खोड़ा एवं मझरपट्टी का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि मधुवन पंचायत के वार्ड नंबर चार के पीडीएस डीलर सोनी देवी पर ग्रामीणों ने कम अनाज देकर अधिक पैसे कि वसूली का आरोप लगाते हुए रविवार को अनुमंडल पदाधिकारी को इस संबंध में अवगत कराया था। जिसे कई अखबार में प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
अनुमंडल पदाधिकारी एस जेड हसन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सोमवार को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राम कल्याण मंंडल को जांच में भेजा। जहां हरेक पहलुओं पर जांच कर रिपोर्ट अनुमंडल पदाधिकारी को सौपा जाएगा। अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा जांच कर जांच प्रतिवेदन मांगा गया है।अगर डीलर या उसका पति दोषी पाया जाता है तो कोविड-19 का घोर उल्लंघन मानते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रीतम कुमार
कोशी की आस@उदाकिशुनगंज,मधेपुरा