राहुल यादव
कोसी की आस@मधेपुरा।
फसल अवशेष प्रबंधन और खेतों में पराली नहीं जलाने को लेकर कन्या मध्य विद्यालय चौसा में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं को खेतों में फसल के अवशेषों को जलाने से पर्यावरण और खेतों को होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें पर्यावरण संरक्षण को लेकर शपथ दिलाया गया।
प्रधानाध्यापक विजय पासवान ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार खेतों में पराली नहीं जलाने और बच्चों को खुद भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने और आसपास के लोगों को अपने खेतों में पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि किसान मशीन से धान की कटनी कराकर खेत में थ्रेसिंग कर लेते हैं। इस दौरान धान की पुआल व डंठल को जला देते हैं, जिससे न सिर्फ वायु प्रदूषण होता है। साथ ही साथ इसका खेतों की उर्वरता पर भी असर देखने को मिलता है।
बाल संसद के शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन ने फसल अवशेष क्या है? इसे खेतों में जलाने की क्या मजबूरी है? इससे क्या नुकसान है? मिट्टी की उर्वरा शक्ति को कैसे नष्ट करता है? और मानव सेहत को किस तरह नुकसान पहुंचाता है आदि विषयों पर विस्तृत रूप से चर्चा कर बच्चों को जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि किसान किस तरह इसका प्रबंधन कर सकते है। खेतों में इसे जलाने से कैसे बच सकते है। साथ ही मुनाफे के कारोबार में तब्दील करने का भी तरीका बताया गया।
आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानाध्यापक विजय पासवान, रिजवाना इसराइल, हकिम उद्दीन, संजय कुमार सुमन, प्रतिभा गुप्ता, बिंदु कुमारी, संजीवानंद, उमेश प्रसाद यादव, पुरुषोत्तम कुमार, रेहाना खातून, बिंदुला कुमारी, बाल संसद की प्रधानमंत्री साक्षी कुमारी, उपप्रधानमंत्री गुंजन कुमारी, मंत्री उम्मे हबीबा, शनुबी नाज, शिवानी कुमारी, चंचल कुमारी, प्रीति कुमारी, सोनी कुमारी, रानी कुमारी, मौषम कुमारी, लक्ष्मी कुमारी समेत विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका और छात्राएं मौजूद थीं।