राहुल यादव
कोसी की आस@चौसा, मधेपुरा
मधेपुरा: प्रखण्ड संसाधन केंद्र चौसा में चल रहे पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का चौथा बैच का समापन आज शनिवार हो गया। समापन के अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को प्रमाण पत्र दिया गया।
वरीय बीआरपी रामप्रकाश रेणु ने कहा कि निष्ठा प्रशिक्षण शिक्षकों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को समावेशी शिक्षा, कला समेकित शिक्षा, विद्यालय आधारित आकलन, विद्यालय नेतृत्व, विद्यालय सुरक्षा एवं स्वास्थ्य कल्याण, जेंडर गत भेदभाव, शिक्षा में आईसीटी का प्रयोग आदि के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिक्षकों का क्षमता संवर्धन होगा। प्रशिक्षक राजीव रंजन ने प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों को देश का सबसे बड़ा प्रशिक्षण निष्ठा के अंतर्गत कुल 17 मॉड्यूल से अवगत करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के उपरांत शिक्षक छात्रों को रोचक पूर्ण एवं प्रभावी तरीके से विषय वस्तु को सिखा सकेंगे। इस प्रकार सीखने के प्रतिफल में बढ़ोतरी होगी।
प्रशिक्षक शिवनाथ झा,चतुर्भुज कुमार, ममता कुमारी ने सभी प्रशिक्षु शिक्षकों को अपने विद्यालय में आईसीटी का प्रयोग करने का सुझाव दिया। प्रशिक्षक मनोज कुमार, कुंदन कुमार ने बताया कि इससे बच्चों के अधिगम और उनके अधिगम स्तर में सुधार होगा। मौके पर उपस्थित सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी गिरीश कुमार ने कहा कि ने कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्राथमिक स्तर पर ही शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए निष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत की है। शिक्षकों को छात्रों को कैसे रोचक तरीके से पढ़ाए इसके टिप्स दिए।उन्होंने कहा कि निष्ठा प्राथमिक स्तर पर अध्ययन के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन है। जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में महत्वपूर्ण सोच को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिये शिक्षकों को प्रेरित करना और सुसज्जित करना है।
इस मौके पर वरीय बीआरपी राम प्रकाश रेणु, अनिल कुमार, राजीव अग्रवाल, संकुल समन्वयक विजय कुमार, इस मौके पर बिंदेश्वर राम, सिंपल कुमारी, जवाहर चौधरी, सुनील कुमार सिंह, प्राणेश कुमार, मनोवर राजा, सनौवर राजा, रामचन्द्र चौधरी, अरुण कुमार शेखर,वंदना कुमारी, पिंकी कुमारी, पवन कुमार, मनोज पासवान, सज्जाद आलम, कुमारी जूली शेखर, शबाना नाजनी, रेणु कुमारी समेत दर्जनों शिक्षक एंव शिक्षिका उपस्थित थे।