मधेपुरा : शंकरपुर में पहली बार हो रही सेहत के लिए फायदेमंद काले गेहूँ की खेती

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मधेपुरा के किसान भी नए-नए किस्म की खेती कर दिन-व-दिन कामयाबी हासिल कर रहे हैं। उनकी कामयाबी की श्रेणी में अब काले गेहूं का नाम भी जुड़ गया है। मधेपुरा जिले के शंकरपुर प्रखंड अंतर्गत बेहरारी गांव में पतंजलि जिला युवा प्रभारी युवा किसान उपेंद्र कुमार योगी ने काले गेहूं की खेती स्वास्थ्य, कृषि लागत व जैविक खाद आपूर्ति को देखते हुए काफी फायदेमंद है।

उन्होंने कहा कि जैविक खेती की शुरुआत के तहत काले गेहूँ की बुवाई जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन साह के द्वारा जीरो टिलेज मशीन से कराई गई। उन्होंने कहा कि पहले काला गेहूं की खेती के बारे में बिहार में गिने-चुने किसान ही जानते थे, लेकिन इनकी गुणवत्ता और मुनाफे को जानकर पहली बार शंकरपुर प्रखंड के बेहरारी गांव में काले गेहूं की खेती शुरू की गई।

उपेंद्र कुमार योगी ने कहा कि परंपरागत खेती से हटकर हम कुछ अलग करना चाहते थे, तब यूट्यूब सहित अन्य माध्यमों से पड़ताल करने पर काले गेहूं के बारे में पता चला फिर हमने कृषि पदाधिकारी राजन बालन, कृषि समन्वयक पवन और कृषि विज्ञानिक से संपर्क साधा और उसके बाद काले गेहूँ की खेती की। काले गेहूं की खेती को कृषि विभाग के अधिकारी भी अच्छा संकेत मान रहे हैं।

मौके पर किसान सलाहकार दुखन, प्रखंड समन्वयक पवन कुमार, जिला कृषि समन्वयक सोहन सिंह के साथ-साथ ग्रामीण किसान अमरेन्द्र कुमार यादव, भुपेन्द्र यादव, गौतम कुमार, रौशन कुमार सहित कई किसान मौजूद थे।

राहुल यादव
कोशी की आस@मधेपुरा

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