मधेपुरा: योग भारतीय परंपरा एवं संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। योगाभ्यास शरीर व मन विचार एवं कर्म आत्म संयम एवं पूर्णता की एक एकात्मता तथा मानव एवं प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करता है तथा यह स्वास्थ्य एवं कल्याण का पूर्णता वादी दृष्टिकोण है। उक्त बातें पतंजलि के जिला युवा प्रभारी सह जिला योग प्रशिक्षक योगाचार्य श्री उपेंद्र कुमार योगी ने बेहरारी पंचायत के मध्य विद्यालय कोल्हुआ शंकरपुर कि पावन भुमी पर सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मनाने के दौरान कही ।
कार्यक्रम कि शुरुआत विन्देश्वरी मेहता,भगवान कुमार यादव, रमेश कुमार (प्रभारी प्रधानाचार्य) नरेन्द्र कुमार ने संयुक्त रुप से दिप प्रज्वलित कर किया। योगाचार्य श्री उपेंद्र कुमार योगी प्रार्थना के पश्चात योग सत्र कि शुरुआत गिरवा आसन, घुटनों तथा कंधों के शुक्ष्म व्यायाम से शुरुआत कि, इसके उपरांत खड़े होकर करने वाले आसनो में ताड़ासन, वृक्षासन का अभ्यास कराते हुए कहा कि जिस प्रकार शरीर को चलाने के लिए आहार की आवश्यकता है वैसे ही आसान प्रणायाम आदि व्यायाम की भी परम आवश्यकता है। बिना व्यायाम के शरीर अस्वस्थ तथा कान्तिहिन हो जाता है जबकि नियमित रूप से व्यायाम करने से दुर्बल रोगी एवं क्रुप व्यक्ति भी बलवान एवं सुंदर बन जाता है।
उन्होंने ने कहा कि शरीर मन और सोच पर नियंत्रण से हम पूरी तरह स्वस्थ रह सकते हैं। यदि हम इन पर नियंत्रण कर ले तो दवाओं के गुलाम नहीं होंगे बल्कि 100 साल की आयु में भी इतना ही स्वस्थ रहेंगे जितना कि आज है। उन्होंने कहा कि योग पर ऐसी रिसर्च भी हो चुकी है जिनमें इस बात का दावा किया जा सकता है कि कई प्रकार की गंभीर बीमारियां और उसके जोखिम से बचे रहने के लिए योग सक्रिय रुप से लाभ पहुंचाता है इसलिए अपने दिनचर्या में आप भी योग को शामिल करें योग करें स्वस्थ रहें खुशहाल जिंदगी जिए। कोविद -19 मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य स्थिति के चलते लोग अपने पूरे परिवार के साथ अपने घर में ही आज योग किए । अन्त में श्री दिलखुश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्य क्रम का समापन करते हुए कहा कि योग का नियमित अभ्यास करने से शरीर के तनाव,मानसिक रोग का समाधान स्वतः हो जाता है। मोके पर शम्भु शरल ,अरविन्द कुमार संदिप कुमार ,,किशोर कुमार ,संतोष यादव कैलाश यादव सभी उपस्थित थे।
राहुल यादव
कोशी की आस@चौसा, मधेपुरा