राहुल यादव
कोशी की आस@मधेपुरा
अहिंसा और शांति का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि कन्या मध्य विद्यालय चौसा में आयोजित किया गया। इस मौके पर विद्यालय परिवार द्वारा एक समारोह का आयोजन कर गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं देश के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन धारण किया गया।
उसके बाद गांधीजी के कृतित्व व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजय पासवान ने की जबकि संचालन बाल संसद के शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन ने किया।
प्रधानाध्यापक विजय पासवान ने कहा कि महात्मा गांधी के प्रेरणास्पद नेतृत्व में देश आजाद हुआ था और समभाव का मंत्र दिया था। महात्मा गांधी 30 जनवरी 1948 को साप्रदायिक सदभाव की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे, लेकिन वे उन सभी मूल्यों के लिए शहीद होने को तैयार थे जिनका वे आदर करते थे।
बाल संसद के शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन ने कहा कि अच्छे आचार-विचार रखें। जिससे हमारा समाज और देश का विकास हो। महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे। भारत की आज़ादी में गांधी जी ने बेहद अहम भूमिका निभाई थी। देश की आज़ादी के लिए गांधी जी कई बार जेल भी गए थे। गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को बापू का सीना उस वक्त छलनी कर दिया जब वे दिल्ली के बिड़ला भवन में शाम की प्रार्थना सभा से उठ रहे थे। विद्यालय परिवार द्वारा श्रद्धांजलि देकर उनके बताए मार्गों पर चलने का संकल्प लिया।
इस मौके पर प्रधानाध्यापक विजय पासवान, शिक्षक प्रतिभा गुप्ता, बिंदु कुमारी, विभा कुमारी, रेहाना खातून, संजीवानंद, बाल संसद के शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन, बाल संसद के प्रधान मंत्री साक्षी कुमारी, मंत्री गुंजन कुमारी, शिवानी कुमारी, रानी कुमारी, निकिता कुमारी, साक्षी कुमारी,चंचल कुमारी, उम्मे हबीबा, मीनाक्षी कुमारी, लवली कुमारी, स्वाति कुमारी, सनुबी नाज समेत बाल संसद एवं मीना मंच की प्रतिनिधि उपस्थित थे।