कोरोना वायरस के कहर से आमलोगों को बचाने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के बाद जिले के उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र में चोरी छुपे जुआ के कारोबारी इस कारोबार को बड़ा रूप देने की तैयारी में लग गए हैं। हालांकि लॉकडाउन के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष रणनीति बनाए जाने का दावा किया जा रहा है। पुलिस की कार्यवाही कितनी होती है, यह तो समय ही बताएगा लेकिन सच्चाई यह है कि उदाकिशुनगंज के विभिन्न हिस्सों में जुआ के अड्डे गुलजार होने लगे हैं, यूँ कह सकते हैं कि जुआ का बाजार सजने लगा है।
इसी कड़ी में फेसबुक पर इस कारनामे को लेकर प्रखंड मुख्यालय पंचायत के वार्ड नंबर 6 में प्लाय मिल के पीछे आम बगान में कई अलग-अलग खेमें बनाकर लोगों द्वारा जुआ खेलते हुए लोगों का फोटो शेयर किया गया है। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि इस जगह पर काफी अर्से से जुआ का कारोबार फल-फूल रहा है। यहाँ बड़े पैमाने पर ताश के बावन व 104 पत्तों के सहारे जुआ के खेल में मोटी रकम पर दांव लगाकर वारा-न्यारा होते रहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ अड्डों पर राजनीतिक संरक्षण तो कुछ पर पुलिस की उदासीनता से जुआ का कारोबार फल फुल रहा है। जहाँ छोटे-छोटे नवयुवक दर्जनों की संख्या में सुबह से शाम तक जुआ खेलते नजर आ रहे है। सुबह होते ही लोग बागीचों में गोल बनाकर दांव लगाना शुरू करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक जुआरी ने बताया कि दो तीन दिन पहले पुलिस का छापामारी हुआ था जिसमे एक मोटरसाइकिल को भी पकड़ा था लेकिन एक चौकीदार के द्वारा 6 हजार रुपया भेजवाने के बाद मोटरसाइकिल को छोड़ दिया गया।
हालांकि इन सारी बातों को पुलिस प्रशासन द्वारा बेबुनियाद बताया गया। वहीं लोगों ने इस घटना को हकीकत बताया।ऐसे स्थिति में जुआरी पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देने का काम कर रहे हैं। जिनसे निपटना पुलिस के लिए आसान होता नहीं दिख रहा।
धर्मेंद्र कुमार मिश्रा
कोशी की आस@मधेपुरा