मुंगेर/18 मार्च। कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार और सजग है। जिले में अब तक एक भी कोरोना वायरस के मरीज नहीं मिले हैं। सदर अस्पताल के 6 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड में सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। कोरोना वायरस से लोगों को भागने की नहीं लड़ने की जरूरत है। साफ सफाई व सतर्कता बरतने से इस वायरस से बचा जा सकता है। साथ ही जिले के सभी प्रखंडों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी चल रही है, कुछ वादों में आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार हो चुका है।
आशा कार्यकर्ता भी लोगों के घरों तक जाकर कोरोना वायरस से बचाव के उपाय बता रही हैं। शहर के चौक चौराहों पर कोरोना वायरस से बचाव संबंधी पोस्टर लगाए जा रहे हैं। वही सिविल सर्जन डॉक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली है। किसी भी हालात से निपटने के लिए विभाग तैयार हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर नए अधिनियम के तहत प्रखंड स्तर पर भी नोडल पदाधिकारी क्षेत्र में काम कर रहे हैं। वही मुंगेर रेलवे स्टेशन और जमालपुर रेलवे स्टेशन पर भी लोगों की जांच की जा रही है। जमालपुर स्टेशन पर कर्मचारियों और यात्रियों के बीच मास्क का वितरण किया गया।
जिले के दो प्रखंडों में बन चुका है आइसोलेशन वार्ड
जिले के 9 प्रखंडों में से 2 प्रखंड तारापुर और संग्रामपुर में आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार है। बाकी प्रखंडों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी है। सदर अस्पताल में छह बेड का आइसोलेशन वार्ड पहले ही बनकर तैयार हो चुका है। आइसोलेशन वार्ड में पीपीटी किट, एन 95 मास्क मौजूद है। कोरोना वायरस के मरीज से कैसे निपटना है इसके लिए प्रशिक्षण प्राप्त डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है।
कोरोना वायरस कोविड 19 कैसे फैलता है?
जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं। इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं।
संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के यह है लक्षण
इंसान के शरीर में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस उसके फेफड़ों में संक्रमण करता है। इस कारण सबसे पहले बुख़ार, उसके बाद सूखी खांसी आती है। बाद में सांस लेने में समस्या हो सकती है।
वायरस के संक्रमण के लक्षण दिखना शुरू होने में औसतन पाँच दिन लगते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है।
कोरोना वायरस उन लोगों के शरीर से अधिक फैलता है जिनमें इसके संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं।