मुंगेर – स्वस्थ व कुशल समाज के लिए परिवार नियोजन बहुत जरूरी है। इससे छोटे परिवार तथा सीमित संसाधन में माता एवं शिशु दोनों का ध्यान रखना आसान होता है। माता व शिशु के पोषण का भी ख्याल रखने में सहूलियत होती है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। इसी के तहत सरकार परिवार नियोजन के साधन नि:शुल्क उपलब्ध कराती है ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना को अपनाकर अपने परिवार को सीमित रख सकें। सरकार इन साधनों को अपनाने पर आर्थिक प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करती है। इसे लेकर मुंगेर जिला के प्रखंड जमालपुर, बरियारपुर, धरारा, खड़कपुर, टेटिया, बंबर, तारापुर, असरगंज व संग्रामपुर अस्पताल में महिला व पुरुष नसबंदी की सुविधा की व्यवस्था है। पिछले वित्तीय वर्ष में नसबंदी करवाने वालों में महिलाओं की संख्या 3037 और पुरुषों की संख्या 36 है। इस वित्तीय वर्ष में पखवारा के दौरान 35 महिलाओं और 16 पुरुषों की नसबंदी की गई है।
पुरुषों की सहभागिता है जरूरी
परिवार नियोजन अकेले महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि पुरुषों की भी सहभागिता जरूरी है और स्थाई एवं अस्थाई साधन परिवार नियोजन के उपलब्ध हैं तथा इन्हें किसी भी सरकारी चिकित्सा संस्थान नि:शुल्क प्राप्त किया जा सकता है। महिलाओं को अपने घरों में पुरुषों से परिवार नियोजन के लिए संवाद करना चाहिए तथा अपना मत स्पष्ट करना चाहिए।
नसबंदी कराने पर लाभुकों को मिलती है प्रोत्साहन राशि
सिविल सर्जन, डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कोई भी महिला या पुरुष नसबंदी कराने के लिए पीएचसी या आशा कार्यकर्ता से संपर्क कर सकते हैं या फिर जिला स्तर में भी संपर्क कर सकते हैं महिला लाभार्थी को सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि प्रसव के तुरंत बाद नसबंदी कराने पर ₹3000 रुपए और बाद में कराने पर ₹2000 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। वहीं पुरुष लाभार्थी को ₹3000 राशि देने का प्रधान है।
घर-घर जाकर दी जाती है परिवार नियोजन की सलाह
डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने बताया लोगों के घरों पर जाकर परिवार नियोजन की पूरी बारीकी से जानकारी दी जाती है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के लिए आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा परिवार के घरों के भ्रमण के दौरान परामर्श दिया जाता है। आशा द्वारा परामर्श सामग्री का उपयोग करते हुए दंपतियों को परिवार नियोजन में विभिन्न साधनों की जानकारी दी जाती है। साथ ही दंपतियों से बात कर उपयुक्त समय में गर्भधारण और बच्चों के बीच सही अंतराल के साथ स्वस्थ जीवन जीने हेतु आशाओं द्वारा परामर्श भी दिया जाता है।
पुरुष नसबंदी महिला बंध्यकरण से ज्यादा सुरक्षित
महिला बंध्यकरण से ज्यादा सुरक्षित पुरुष नसबंदी होता है, साथ ही यह ऑपरेशन बहुत ही सरल व सुगम होता है। पुरुष नसबंदी बिना चीरा एवं काटा के मात्र 30 मिनट में ही हो जाता है। इसके लिए समाज में कई तरह की भ्रांतियां हैं इसे दूर करने की जरूरत है। इसे लेकर पति व पत्नी दोनों को परिवार नियोजन की पूरी जानकारी देना जरूरी है। साथ ही इस दिशा में आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग भी दी गई है ताकि अधिक से अधिक दंपतियों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के विषय में लोगों को जागरूक किया जा सके।
गर्भ निरोधक उपाय
डीटीएल डॉक्टर अजय आर्य ने बताया बच्चों में अंतराल व अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए दो नवीन गर्भ निरोधक- ‘अंतरा’ व ‘छाया’ उपलब्ध है। ‘अंतरा’ एक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, जिसे एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है। साथ ही गर्भनिरोधक गोलियां कंडोम आदि का उपयोग कर आप जीवन को स्वस्थ्य तथा खुशहाल बना सकते हैं।