पटना : प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से सीबीएसई की १२ वीं कक्षा की बाकि बची हुई परीक्षायें नहीं लेने का आग्रह किया है। कोरोना वायरस जनित व प्राकृतिक आपदा घोषित इस वैश्विक महामारी के कारण लौकडॉउन की स्थिति में सारे विद्यार्थी अपने-अपने घरों और होस्टलों में लगभग एक महीने से बंद हैं। उनकी पढ़ाई पूरी तरह से बाधित है। इस तनाव की स्थिति में उनके मानसिक हालात भी पूरी तरह से ठीक नहीं हैं।
उन्होंने सलाह दिया कि प्री- बोर्ड या हो चुके वार्षिक प्रायोगिक परीक्षाओं के आधार पर सभी विद्यर्थियों को अंक देकर आगे के प्रवेश और प्रतिस्पर्धी परीक्षा के लिए विचार किया जा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री का डिजिटल इंडिया पर हमेशा जोर रहा है, वो हमेशा डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने की बात करते हैं। अगर परीक्षा लेना अनिवार्य ही है तो तकनीक के इस दौर में सीबीएसई को वैकल्पिक प्रश्न आधारित कोई ऑनलाइन एग्जाम लिंक विद्यार्थियों को उपलब्ध कराना चाहिये। उस लिंक पर विद्यार्थी अपने रॉल नम्बर डालकर घर से ही आसानी से परीक्षा दे सके और जोखिम से बच पायें। इस समय बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है।
विवेक कुमार यादव
कोशी की आस@पटना