साकेत कुमार
बिहार की राजधानी पटना के पूर्वी रामकृष्ण नगर की स्थिति दिन पर दिन इतनी बदतर होते जा रही है कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल व दुश्वार हो गया है। बताते चलें कि पूर्वी रामकृष्ण नगर के मधुबन कॉलोनी में स्थित जी• डी• मेमोरियल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का मुख्य मार्ग है, जिसमे सैकड़ो मेडिकल स्टूडेंट हर रोज अपने कॉलेज इसी होकर गुजरते है तथा पानी होकर गुजरने के अलावा और कोई दूसरा चारा भी नही है। परेशानी इतनी बढ़ गई है कि कॉलेज के छात्रों तथा स्थानीय लोगों को आने-जाने में रोड पर जल जमाव हो जाता है कि उस होकर गुजरने में गंदे पानी की बदबू से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि जल निकासी का कोई ठोस उपाय ही नही है और लोगों के घरों का गंदा पानी भी सडको पर ही बहता है जिस पर विभागीय अधिकारी की कोई नजर नही पड़ना राजधानी पटना वासियों के लिए बेहद दुःखद व चिंता का विषय है। खास कर इस इलाके में बरसात के समय तो जो स्थिति है वो तस्वीर साफ-साफ बयां कर रहा है, यही स्थिति सालों भर बनी रहती है। नाले के गन्दा पानी का सड़को पर जमा होने से आसपास के लोग संक्रमित होकर बीमार हो रहें हैं। अगर सड़क परिवहन की बात करें तो विभाग इतना उदासीन है कि इस दिशा में कोई पहल नही करके ये साबित करने में लगे हैं विभाग इससे बेखबर है। सूबे के मुखिया नितीश कुमार लाख दावे भले ही कर रहे हो की सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य पर मेरी नजर है, गाँव क्या शहर के गली मोहल्ले में सडको की व्यवस्था देखी जा सकती है। सरकार के दावे पूर्वी रामकृष्णा नगर के मधुबन कलोनी की सड़कें फेल करती नजर आ रही है। पटना राजधानी में ही मीठापुर बस स्टैंड से मात्र 3 किलोमीटर की दुरी पर स्थित यह कलोनी देखने के बाद सूबे के मुखिया के सभी दावे फ़ैल होते नजर आते हैं। स्थनीय लोगों व चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रों में इस समस्या को लेकर सरकार व विभागीय अधिकारी के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है। अगर समय रहते इस समस्या से निजात नही दिलाया जाएगा तो उग्र आंदोलन को बाध्य हो जायेंगे। वही जिला प्रशासन से इस समस्या से निजात दिलाने के लिए स्थनीय लोगो ने मांग की है। अब देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि कब तक इस दिशा में विभागीय अधिकारी कोई ठोस कदम उठाते हैं जिससे आम जन की इस बड़ी समस्या से निजात मिल सकेगा।