शाहनवाज आलम
कोसी की आस@स्पेशल डेस्क
अररिया फुलवारी निवासी गर्भवती 20 वर्ष की महिला सोनी कुमार का इलाज लाइन बाजार में डॉ० पूनम प्रभा के यहाँ 6-7 महीने से चल रहा था। पूनम प्रभा के द्वारा गर्भवती महिला को विभिन्न जांच के लिए निर्मला डाइग्नोस्टिक पैथलॉजी भेजा गया, जांच देने के बाद सोनी कुमारी को उनके जाँच के रिपोर्ट के जगह किसी अन्य अज्ञात महिला का जांच रिपोर्ट दे दिया गया।
डॉ० पूनम प्रभा के द्वारा गलत रिपोर्ट पर ही गर्भवती महिला को दवाई चलाया एवं उसका उपचार हो रहा था, जिससे गर्भवती महिला की हालत दिन-ब दिन बिगरती गयी। जब गर्भवती महिला उपचार के लिए अन्य डॉ० के पास पहुंची तो पता चला कि गलत जांच रिपोर्ट पर ही पूनम प्रभा के यहाँ इलाज चल रहा था, जिसके कारण गर्भ में पल रहे 8 माह के बच्चे की मृत्यु हो गयी। गर्भवती महिला को पता चलने के बाद से ही महिला मानसिक रूप से काफी परेशान है। निर्मला डाइग्नोस्टिक पैथलॉजी सदर अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी डॉ० शैलेन्द्र कुमार दास के द्वारा चलाया जा रहा है।
घटना की सूचना छात्र जदयू के कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिला के परिजनों द्वारा दी गयी वही छात्र जदयू के पूर्णियां विश्वविद्यालय अध्यक्ष माणिक आलम अपने साथियों के साथ उनके परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली, उसी क्रम में छात्र जदयू पूर्णियां विश्वविद्यालय के अध्यक्ष माणिक आलम के नेतृत्व में छात्र जदयू का शिष्टमंडल पूर्णियां सिविल सर्जन को घटना की पूरी जानकारी लिखित रुप में दी। आवेदन में छात्र जदयू के कार्यकर्ताओं ने मांग किया है कि इस घटना में जो भी दोषी है उसके विरुद्ध कड़ी-से-कड़ी कार्यवाई की जाए। आज डॉ० और पैथलॉजी के कारण न जाने कितनों मरीजो का गलत उपचार कर उसके जान के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है, ऐसे पैथलॉजी को अविलम्ब बंद कराने की मांग सिविल सर्जन से की है। शिष्टमंडल में छात्र जदयू के धीरज झा, सत्यम कुमार, निशार आलम, रविन्द्र झा,अंकित सूरी, सागर कुमार, आनन्द झा और अंकीत कुमार शामिल थे।