प्रफुल्ल कुमार सिंह
कोसी की आस@पूर्णियाँ।
आज दिनांक 7 सितंबर 2019 को ऑर्गेनाइजेशन फॉर होमयो मिशन एवं सहयोग संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में ग्लोबल स्कॉलर स्कूल रामबाग के प्रांगण में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भारत को कैसे कुपोषण मुक्त बनाया जाय, इस विषय पर चर्चा किया गया।
इस बार 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर राष्ट्र कुपोषण से मुक्त होगा, तो ही राष्ट्र का विकास हो सकता है। इसलिए हम सभी भारतीयों का दायित्व बनता है कि कुपोषण से मुक्ति के प्रति जगे और लोगों को जागरूक करें।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओएचएम एवं सहयोग संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजीत प्रसाद सिंह ने कहा कि भारत में कुपोषण का एक बड़ा कारण आर्थिक असमानता है। गरीब लोगों को भोजन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों ही कम प्राप्त होता है लेकिन अमीरों में भी कुपोषण देखा जाता है, इसका मुख्य कारण है कि भोजन में किस पदार्थों को किस स्तर तक लेना चाहिए, इनकी जागरूकता का अभाव गरीबों में तो है ही, लेकिन अमीरों में भी है। हम सभी जानते हैं कि भोजन में मुख्य रूप से प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट वसा खनिज लवण जल मिनरल्स विटामिन और अन्य कई सूक्ष्म पोषक तत्व की आवश्यकता होती है।
जागरूकता के अभाव में हम सभी नियमित तौर पर शुद्ध पानी नहीं पी पाते हैं और खासकर प्लास्टिक के बर्तन में खाना एवं पानी ग्रहण करने से परहेज करना चाहिए, यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक है और भारत में महिलाओं में खास करके गर्भवती महिलाओं में कुपोषण का प्रतिशत बहुत ज्यादा है, 52% महिलाओं एवं 72% नवजात शिशुओं में खून की कमी होती है, साथ ही अन्य कई तत्व आयरन कैल्शियम मैग्नीशियम और अन्य आवश्यक सूक्ष्मातत्वों की कमी जन्मजात शिशुओं में पाया जाता है जिसका मूल कारण है गर्भवती महिलाओं को भोजन में पोषक तत्व विहीन भोजन ग्रहण करना, इसलिए महिलाओं को खासकर गर्भवती महिलाओं को रोजाना आयरन और विटामिन युक्त आहार दूध तेल आयोडीन युक्त नमक आईएफए की एक गोली चौथे महीने से 180 दिन तक गर्भवती महिला को लेनी चाहिए। कैल्शियम का निर्धारित खुराक और एल्बेंडाजोल गोली दूसरी तिमाही में लेना चाहिए हमेशा शुद्ध जल ऊंचा स्थान पर ढक कर रखा हुआ जल का ही सेवन करना चाहिए सबसे पहले कम से कम प्रसव से पहले 4 ए एन सी जांच एएनएम दीदी डॉक्टर से जरूर करवाएं। व्यक्तिगत साफ-सफाई और स्वच्छता पर ध्यान रखें खाने से पहले साबुन से हाथ अवश्य धोएं सोच के बाद साबुन से हाथ धोएं और हमेशा शौचालय का इस्तेमाल करें शौचालय को साफ सुथरा रखें डॉ अजीत ने बताया अपने भोजन में नियमित कार्बोहाइड्रेट वसा प्रोटीन विटामिन और शुद्ध जल हरा साग सब्जी दाल और वैसे आहार जो कम पैसे में भी प्राप्त होते हैं गाजर, साग, संतरा, मौसमी फल और अन्य कई प्रकार के कम दाम में भी मिलने वाले पदार्थों को अपने खाना में नियमित ग्रहण करके कुपोषण से बच सकते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओएचएम पूर्णिया के अध्यक्ष डॉ मधुकर कुमार ने कहा अपने दैनिक भोजन में लोगों को पोस्टिक आहार पर जोड़ देनी चाहिए, सीजन में उगने वाले साग सब्जी ज्यादा खाना चाहिए बिना सीजन वाला साग सब्जी से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसमें केमिकल डाला हुआ सब्जी शरीर के लिए हानिकारक है। ओएचएम के पूर्णिया सचिव डॉ मनोज कुमार झा ने बताया अपने गांव समाज प्रखंड जिला राज्य देश को कुपोषण से बचाने के लिए हम सबको एक साथ मिलकर लोगों को भोजन के प्रति जागरूक करना चाहिए खासकर गर्भवती महिलाओं को नियमित पोस्टिक आहार खिलाना चाहिए और समय-समय पर उसे टीकाकरण का भी व्यवस्था होनी चाहिए। अगर हम जड़ को ही सही कर देंगे तो राष्ट्र के आने वाले पीढ़ी को कुपोषण से बचाया जा सकता है और जो कुपोषित हो रहे हैं उन को जागरूक कर हम लोग कुपोषित श्रेणी से बाहर निकाल सकते हैं, इसके लिए समाज के शिक्षित लोगों को जागरूक होना होगा और अपने वार्ड पंचायत प्रखंड जिला स्तर पर कार्यक्रम चला कर लोगों को जागरूक कर कुपोषित होने से बचाना होगा कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग संस्थान के सदस्य गुंजेश कुमार सिंह राहुल कुमार शर्मा और ग्लोबल स्कॉलर स्कूल के शिक्षक सागर कुमार, विनय कुमार, रणवीर कुमार, सोनू कुमार ने अपना सराहनीय सहयोग किया।