राहुल यादव
कोशी की आस@पूर्णियाँ
बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ के बैनर तले अपनी 10 सूत्री मांगों के समर्थन में शुक्रवार को जीविका कैडर और दीदियों ने पूर्णियाँ शहर में विशाल जुलूस निकाला। जुलुस रंगभूमि मैदान से निकलकर समाहरणालय तक पहुंचा। जुलूस में शामिल जीविका कैडरों और दीदियों ने सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। नीतीश कुमार मुर्दाबाद, मजदूरी चोर गद्दी छोड़, जीविका दीदियों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में देखना बंद करो, हमारी मांगे पूरी करो नही कुर्सी छोड़ो, नीतीश कुमार शर्म करो भीख मंगवाना बंद करो, जैसे नारे से सरकार के प्रति विरोध जता रहे थे।
मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि जीविका महिला सशक्तिकरण के लिए बिहार सरकार की एक परियोजना है जिससे बिहार की करोड़ों महिलाएं जुड़ी हुई है तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मानव श्रृंखला, वित्तीय साक्षरता, शराबबंदी, मनरेगा सर्वेक्षण, विद्यालय निरीक्षण, स्वच्छता और शौचालय निर्माण योजना इसके कई उदाहरण है। इसके बावजूद सरकार हम लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही हैं। सरकार जीविका को सिर्फ वोट बैंक के रूप में देखती है और यूज़ करती है लेकिन अब यह सब चलने वाला नही है। सरकार अगर हमारी 10 सूत्री मांगों को नहीं मानती है जीविका से जुड़े करोड़ों जमीन स्तर के कार्यकर्ता और जीविका दीदियां आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाएगी।
वही संघ की प्रदेश महासचिव सह मीडिया विवेक कुमार ने कहा कि जीविका सिर्फ कहने को रह गई है। महिला सशक्तिकरण की परियोजना यहां सिर्फ लूट खसोट, शोषण और प्रताड़ना चल रहा है सरकार को हमारी जायज मांगों के साथ-साथ इन सब मुद्दों पर भी पहल करनी चाहिए। जिला अध्यक्ष चंदन कुमार ने कहा की सरकार सभी संगठनों की मांग मान रही है पर जीविका के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है अब तेज आंदोलन छेड़ा जायेगा। वही जिला महासचिव……… ने कहा कि सरकार को चाहिए कि संघ की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करें नहीं तो सरकार अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें किसी भी कीमत पर जीविका कैडरों और दीदियों का शोषण नहीं होने देंगे। वहीं जुलूस में शामिल लोग समाहरणालय पहुंचकर कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गए, बाद में एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
संघ की मुख्य मांगों में सभी कैडरों को जीविका की ओर से नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र और निर्धारित ड्रेस मिलें। मानदेय “कंट्रीब्यूशन सिस्टम” पर अविलंब रोक लगे। मानदेय का भुगतान नियमित और बैंक खाते में हो। काम से हटाने की धमकी पर रोक लगे और धमकी देने वाले पर सख्त क़ानूनी कार्रवाई हो। प्रखंड स्तर पर काम करने वाले कैडर का मानदेय 18000, संकुल स्तर पर 15000,ग्राम संगठन स्तर पर 13000 स्वयं सहायता समूह स्तर पर 12000 रूपये प्रतिमाह हो और सरकार इन सबों की नौकरी कम से कम 60 साल तय करें।
जुलूस में राजेश कुमार, खुशबु कुमारी, बिरेन्द्र कुमार, नीलम भारती, दिलेश्वर कुमार,रोशन कुमार, शोभा देवी, पिंकी देवी, मधु देवी, चंदा कुमारी, नीतू कुमारी सहित हजारों कैडर और दिदिया आदि उपस्थित थे।