पूर्णियाँ : संतमत सत्संग का भव्य आयोजन

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दो दिवसीय विराट संतमत सत्संग महाज्ञान यज्ञ का आयोजन मगुरजान, बीकोठी, पूर्णिया में दिनांक 15 एवं 16 जून को पूज्यपाद संत आचार्य  महर्षि महाकवि शचिकांत स्वामी जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होने जा रहा है, जिसमें जोकीहाट अररिया से श्री राजनाथ बाबा, महर्षि मेंही ज्ञानाश्रम रानीगंज से पूज्यपाद स्वामी शुद्धानंद संत पथिक जी महाराज, शिवानंद ब्रह्मचारी जी महाराज, भूमानंद बाबा एवं अमन बाबा का पदार्पण हुआ है। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विराट संतमत सत्संग महाज्ञान यज्ञ समिति के अध्यक्ष श्री अरविंद कुमार एवं महामंत्री श्री मुन्ना कुमार जो इस महाज्ञान यज्ञ के मंच संचालक भी हैं एवं सदस्य श्री संजय कुमार शर्मा जी इस महाज्ञान यज्ञ को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पधारे हैं, साथ ही इस महाज्ञान यज्ञ की पूर्ण सफलता हेतु ग्रामीण बंधु एवं यहाँ के पंचायत एवं प्रखंड के सभी लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इस शुभ अवसर पर संत आचार्य स्वामी शचिकांत जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि संतमत सत्संग में सदग्रंथों का पाठ परम अनिवार्य है।

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मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी महाराज का अमृतमय उपदेश का पाठ हुआ जिसमें विश्व के तमाम मानव समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए मानव मात्र का बौद्धिक विकास, आर्थिक विकास, मानसिक विकास के लिए एकमात्र माध्यम संतमत का सत्संग है। श्रवण, मनन, निधि ध्याषण परम अनिवार्य है। उसी में विश्व बंधुत्व की भावना छिपी हुई है। ईश्वर एक है, ईश्वर तक जाने का रास्ता एक है, जो प्रत्येक इंसान के शरीर में स्थित है। वह ईश्वर चैतन्य मय रास्ता जिस रास्ते पर और जो भीतर तथा छह चक्रों के उपाय से वास्तविक अयोध्यापुरी के प्रत्यक्ष दर्शन से परिवार का समाज का कल्याण हो सकता हैं। इस अवसर पर अन्य महात्माओं का भी पदार्पण हुआ है और उनका प्रवचन भी बहुत ही सारगर्भित रहा। इसके अलावा महर्षि ज्ञानाआश्रम से पूज्य्पाद स्वामी शचिकांत जी महाराज के द्वारा रचित पुस्तकें जो संतमत के लिए बड़ा ही गौरव का विषय रहा। इनके द्वारा अभी तक 23 से ज्यादा पुस्तकों की रचना की जा चुकी है और उन्होंने बौद्ध धर्म की प्रसिद्ध पुस्तक जिसका नाम धम्मपद है का हिंदी में रमैणीकरण के रूप में अनुवाद किया हैं, वह पुस्तक यहाँ उपलब्ध है। कल यहाँ 1 दिन का अंतिम कार्यक्रम बचा है। इसमें अधिक-से-अधिक संख्या में पहुंचकर संत महात्माओं के दर्शन एवं प्रवचन से लाभ उठावें।

इस अवसर पर इस संतमत सत्संग कार्यक्रम व्यवस्था में लगे सुधांशु रमण उर्फ सुबोध जी, माननीय मुखिया मिथिलेश कुमार, प्रोफेसर सुरेन्द्र कुमार मंडल, किशोर कुमार, मदनमोहन कर्ण, पृथ्वीचन्द पासवान, ईश्वरचन्द भगत, संजय भगत, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री शशि शेखर कुमार, बनमनखी के नगर मंत्री कुमार गौरव, प्रवीण कुमार आर्य सहित अन्य सभी ग्रामीणों का भरपूर सहयोग रहा ।

 

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