केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में शोक की लहर है। वही रामविलास पासवान के पैतृक घर खगड़िया के अलौली प्रखंड के शहरबन्नी गाँव में उनकी पहली पत्नी राजकुमारी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है तो वहीं अपने प्रिय नेता के चले जाने से ग्रामीणों में शोक की लहर दौर गई है।
जैसे ही ग्रामीणों को इस दुःखद खबर के बारे में पता चला सभी चेहरे पर उदासी और आँखे नम हो गई। बता दें कि रामविलास पासवान का जन्म जिले के अलौली प्रखंड के शहरबन्नी गाँव में 5 जुलाई 1946 को एक दलित परिवार में हुआ था। उनके पिताजी जामुन पासवान और माँ का नाम सिया देवी था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अलौली प्रखंड के मेघोना स्कूल से शुरू हुई। उनका ज्यादातर शिक्षा खगड़िया में हीं पूरी हुई।
जेपी आंदोलन के सिपाही रहे रामविलास पासवान का नाम राजनीति के दिग्गज शूरमाओं में लिया जाता था। वे पहली बार 1969 में विधानसभा के सदस्य बने। वहीं वर्ष 1970 में छठी लोकसभा में उन्होंने हाजीपुर से 4,24,545 वोटों से जीतकर सर्वाधिक अंतर से जीतने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। वे 1980 से लेकर 2000 तक लगातार लोकसभा चुनाव जीतते रहे। वर्ष 2000 में उन्होंने लोक जन शक्ति पार्टी का गठन किया।
अनिश कुमार
कोशी की आस@खगड़िया