आंगनबाड़ी सेविका चयन मामले में धांधली का आरोप लगा, आक्रोशित लोगों ने मचाया हंगामा

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सहरसा : आंगनबाड़ी में सेविका पद के बहाली को लेकर आक्रोशित लोगों ने बबाल मचाया। ताजा मामला सहरसा ज़िला के पूरब बाज़ार स्थित वार्ड नम्बर-19 में पूर्व में सेविका रीना देवी के मौत के बाद रिक्त हो चुके पद पर संविदा के तहत बहाली की प्रक्रिया हुई थी, जिसमे मेघा सूची में पूजा कुमारी का नाम क्रम संख्या 01 में है, लेकिन चयन कर्ताओं ने एससी / एसटी वर्ग की अभ्यर्थी पूर्णिमा कुमारी का नाम नियुक्त करने में लगे हुए थे।

जानकारी देते हुए अभ्यर्थी पूजा कुमारी के पति ने बताया कि हमारी पत्नी पूजा कुमारी का नाम मेघा सूची के क्रम संख्या एक नम्बर में है। वही एससी / एसटी की पूर्णिमा कुमारी का नाम जोड़कर सीडीपीओ के द्वारा इसके हाथों नियुक्त कर रही थी।

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वही मौजूद लोगों ने कहरा सीडीपीओ और कहरा अंचलाधिकारी का भरपूर हल्ला बोलकर विरोध जताया। वहीं मौजूद लोगो का कहना था कि पूर्णिमा कुमारी महिषी की रहने वाली है, जिसका नियुक्ति अधिकारी के मिलीभगत से हो रहा है, उसका नाम वहाँ भी आया और जिला में भी नाम आया, वह भी सबसे अंतिम में पूर्णिमा कुमारी का नाम है, लेकिन उसका नाम पहले लेकर नियुक्त कर रही है।

इस मामले को लेकर सीडीपीओ श्वेता कुमारी ने बताया कि हमलोगों को मार्गदर्शिका दिया गया है, जैसा कि सामान्य मूल वाले लोग बाहुल्य है, उसमें कोई भी अभ्यर्थि नही है, उसी के आलोक में करेंगे। लेकिन एससी से तीन आवेदन अभ्यर्थी का आया है, जिसमे दो पोषक क्षेत्र में नही आते है, पूर्णिमा कुमारी पोषक क्षेत्र में आते है, उसमे भी निर्वाचन सूची में भी उस आवेदिका का नाम होना जरूरी है। उसी की बहाली की प्रक्रिया करनी है। लेकिन वहाँ मौजूद चयन में आए हुए अभ्यर्थी के द्वारा और मौजूद लोगों के द्वारा इसका काफी जोर विरोध होने लगा। जबकि

मौजूद लोगों ने बताया कि यह नियुक्ति अधिकारी के मिली भगत से पूर्णिमा कुमारी का नाम सेविका पद पर दे रही है। वही मौजूद कहरा अंचलाधिकारी लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि यहाँ सेविका की बहाली होनी थी। इसके कारण आमसभा का आयोजन किया गया। आमसभा में जो नियुक्ति का प्रक्रिया है, उसमे मार्गदर्शिका दिया गया है। मार्गदर्शिका के आधार पर चयन करना है। लेकिन यहाँ सामान्य मूल से ज्यादा आते है, इसमे कोई भी सामान्य मूल से नही नियुक्ति की, तो मार्गदर्शिका के अनुसार सबसे नीचे कोटि के मूल के द्वारा वाले अभ्यर्थी का होना है। फिलवक्त अभी इसका विरोध कर रहे अभ्यर्थी के परिजन तो इस नियुक्त को रोककर जांचकर उसके बाद बहाली की प्रक्रिया की जाएगी।

रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा

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