रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा
सुशासन बाबू के सरकार में अपराधियों का मनोबल सांतवें आसमान पर है। दिनदहाड़े सरेआम गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। मानो अपराधियों के दिमाग से खाखी का ख़ौफ खत्म हो गया हो। ताजा मामला जिले के बसनही थाना क्षेत्र के मोतीबाड़ी गांव का है। जहाँ शनिवार की शाम बदमाशों ने पिता-पुत्र पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई। गोली सर में लगने से हरदेव मंडल (46) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पुत्र रमेश मंडल के सिर व सीने में गोली लगी है।
मृतक हरदेव मंडल मधेपुरा जिले के ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के ललिया गांव के रहने वाले थे। सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल से मृतक के घर की दूरी करीब पांच किमी है। पिता-पुत्र बाइक पर सवार होकर मोतीबारी से गुजर रहे थे कि रघुनंदन मंडल के बासा समीप बदमाशों ने घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जिससे हरदेव की मौके पर ही मौत हो गई जबकि रमेश को स्थानीय लोग ग्वालपाड़ा पीएचसी ले गये। वहां से उसे सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर कर दिया गया। जानकारी के अनुसार हरदेव की गांव के लोगों से अदावत चल रही थी। एसपी राकेश कुमार ने बताया कि आपसी रंजिश में हत्या की बात सामने आ रही है।
पुरानी रंजिश में हरदेव की हुई हत्या
बसनही थाना क्षेत्र के मोतीबारी गांव में शनिवार की देर शाम गोली मारकर हरदेव मंडल की हत्या किए जाने के बाद से थाना क्षेत्र के ललिया गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक पीरनगर पंचायत के ललिया वार्ड चार का निवासी बताया गया है। घटना में उनके पुत्र रमेश मंडल को भी सिर में गोली लगी है। गंभीर स्थिति में उसे इलाज के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया है। जख्मी रमेश का चचेरा भाई पप्पू मंडल ने बताया कि पूर्व से चल रहे दियादी रंजिश में घटना को अंजाम दिया गया है।
उक्त घटना के सम्बंध में बसनही थाना थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि शाम पांच बजे सहरसा जिले के बसनही थाना क्षेत्र के महुआ बाजार से घर लौटने के दौरान मोतीबारी गांव में पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। गोली लगने के बाद हरदेव मंडल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि रमेश मंडल को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए मधेपुरा ले जाया गया। घटना का कारण पुरानी रंजिश बतायी जा रही है। सरेआम गोलीबारी की घटना में गाँव में दहशत का माहौल है।