रितेश : हन्नी
कोसी की आस@सहरसा
30वें न्यायिक सेवा 2018 का अंतिम परिणाम में शहर की बेटी श्वेता चौधरी का नाम आते ही उनके परिवार के साथ-साथ समूचे क्षेत्र के लोगों में प्रसन्नता महसूस की जा सकती है। श्वेता बिहार लोक सेवा आयोग के न्यायिक सेवा के लिए चयनित हुई हैं।
सहरसा के न्यू कॉलोनी निवासी और लोकप्रिय चिकित्सक डॉ ए के चौधरी की छोटी सुपुत्री श्वेता की प्रारंभिक शिक्षा शहर में हुई और 2008 में उन्होंने कन्या विद्यालय राँची से 90% अंकों के साथ दसवीं, डीएवी पब्लिक स्कूल, राँची से 2010 में 84% अंकों के साथ 12वीं, बीकॉम पटना विश्वविद्यालय से 2013 में 75% से करने के बाद एलएलबी के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और 61% अंकों के साथ 2016 में सफलतापूर्वक उसे पूर्ण करने के बाद 2018 में एलएलएम नालसा विश्वविद्यालय, हैदराबाद से करने के उपरांत उच्चतम न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस के साथ-साथ न्यायिक सेवा की तैयारी कर रही थी और 32वीं रैंक के साथ उन्होंने अपनी सफलता का परचम लहराया है।
श्वेता की सफलता की ख़बर आते ही उनके घर आ-आकार बधाई देने वालों की होड़ लगी हुई है, वहीं परिवार वाले भी बेटी की इस शानदार सफलता से फुले नहीं समा रही है। अपने पिता को आदर्श मानने वाली श्वेता कहतीं है कि माता-पिता ने बचपन से आज तक पढ़ाई को लेकर हमेशा उत्साहवर्धन लगातार कहते आ रहे हैं।
आपको बता दें कि श्वेता के पिता डॉ ए के चौधरी वर्ष 1983 से शहर के डी बी रोड स्थित अपने क्लीनिक पर प्रत्येक रविवार को मरीजों का निःशुल्क इलाज करते आ रहे है। भाई डॉ अभिषेक कुणाल भी पिता की तरह प्रत्येक रविवार को मरीजों का निःशुल्क इलाज कर रहे हैं। भाभी डॉ अर्चना स्नेहा भी सदर अस्पताल सहरसा में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में पदस्थापित हैं। बड़ी बहन डॉ पल्लवी वर्तमान में पटना स्थित आइजीएमएस और दूसरी बहन ऋचा भी मुजफ्फरपुर में चिकित्सक के रूप में पदस्थ हैं।