सहरसा जिले के सौरबाजार मनरेगा कार्यालय में पदस्थापित जेई मुकेश कुमार भारती के अपहरण के 48 घंटा बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस के लगातार प्रयास के बावजूद अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस इस मामले में चार लोगों से पूछताछ कर रही है।
जानकारी अनुसार मंगलवार की शाम उस वक्त अभियंता का अपहरण कर लिया गया जब वो स्कूटी से अपने घर सिमरी बख्तियारपुर के सकरौली जा रहे थे। बदमाशों ने उसे रास्ते से ही अगवा कर लिया। बदमाशों ने अपहरण बाद जेई के पिता से पंद्रह लाख के फिरौती की मांग भी की है। पुलिस ने तीन पीएसआरस व एक मनरेगा ठेकेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। दूसरी ओर मनरेगा कार्यालय सौरबाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है।
मनरेगा से जुड़े अधिकारी एवं कर्मी इस अपहरण को लेकर मनरेगा कार्य से जुड़े कोई जानकारी देने से परहेज कर रहे हैं। यहां तक की पंचायत रोजगार सेवक मोबाइल पर बात करना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। सभी कर्मी के बीच दहशत व्याप्त है। बात नहीं होने के कारण मनरेगा से जुड़े मामले की जानकारी भी नहीं मिल रही है।
नौ पंचायत के प्रभार में थे जूनियर इंजीनियर
बताया जाता है कि मनरेगा जेई मुकेश कुमार भारती के पास सौरबाजार प्रखंड के 17 पंचायत में से नौ पंचायत का प्रभार था। इन सभी पंचायतों का कार्यभार वही संभाल रहे थे। अपहरण को लेकर पुलिस तीन पीआएस एवं एक मनरेगा ठेकेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
स्वजनों को है मुकेश के सुरक्षित घर लौटने की उम्मीद
चार बहनों के बीच एक भाई इंजीनियर पर ही घर की सारी जिम्मेदारी है। मुकेश के सकुशल वापस घर लौटने का इंतजार पिता फुलेश्वर साह, पत्नी ज्योति कुमारी सहित पूरे परिवार को है। पत्नी ज्योति हर वक्त मोबाइल लेकर बैठी है कि कब उनके पति का फोन आए और उनसे बात हो। पत्नी अपने दस माह के पुत्र को गोद लेकर मायूस होकर पति के फोन का इंतजार करती हैं किधर से फोन आ जाए और सकुशल घर वापस आए। इधर पुलिस फिलहाल इस मामले में लेन-देन और फिरौती दोनों एंगल पर काम कर रही है। वहीं सूत्रों की माने तो पुलिस द्वारा जल्द ही इस मामले का उद्भेदन कर लेने की सम्भावना जताई जा रही है।
रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा