सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र के मोहनपूर पंचायत के मिसरौलिया गांव वार्ड नंबर 5 से बड़ी खबर आ रही है। बड़ा मामला नवहट्टा पीएचसी से सामने आ रहा है। पीएचसी में इलाज कराने लाए गए एक महिना 16 दिन के बच्चे को एएनएम मोनी कुमारी (काल्पनिक नाम) ने बच्चा को एक ही मिनट के अंतराल में तीन-तीन सुई दे दी, जिस कारण कुछ घंटे बाद ही बच्चा बिक्रम कुमार मर गया।
वहीं मृत बच्चे के पिता मुकेश कुमार ने पीएचसी के कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं अपने बच्चे का इलाज कराने नवहट्टा पीएचसी गया जहाँ एएनएम मोनी कुमारी (काल्पनिक नाम) ने मेरे बच्चे को एक ही मिनट के अंतराल में तीन-तीन सुई दे दी जिस कारण कुछ घंटे बाद ही मेरा बच्चा मर गया।
उन्होंने बताया कि जब स्थानीय लोगों ने नवहट्टा पीएचसी प्रभारी को उक्त मामले की जानकारी दी तो पीएचसी प्रभारी ने भी कई घंटे बीत जाने बाद डाक्टर को वहाँ भेजा। बच्चे की मृत्यु के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
वहीं घटना के बाद आक्रोशित मृतक के परिजनों ने डॉ० मेराज साहेब, केयर इंडिया के ब्लॉक मेनेजर एमडी माशुम रजा एवं अमर कुमार सिंह को कई घंटे तक बिठाकर रखा क्योंकि कि घंटे बीत जाने के बाद भी मृतक के परिजनों को एम्बुलेंस सेवा तक मुहैया नहीं करवाया गया। वहीं मौजूद लोगों ने पीएससी की बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि गरीबों को कोई देखने वाला नहीं है, सरकार द्वारा दी गई सुदृढ़ व्यवस्था सिर्फ कागजी है।
रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा