NSUI नेता मनीष कुमार के समर्थकों का महिषी विधानसभा से प्रत्याशी बनाये जाने की चाह

0
130
- Advertisement -

सहरसा : जोश,जज्बा और जज्बात ऐसा कि कोई देख कर, कोई जानकर और कोई सुनकर कल्पना में पड़ जाए…..!

मकसद एक ही था व्यवस्था बदलने की……!

- Advertisement -

एक छात्र नेता कि कुछ ऐसी ही कहानी है। सहरसा जिले के प्रतिष्ठित महाविद्यालय MLT COLLEGE (सहरसा काॅलेज, सहरसा) की कैंपस से मंडल कारागार सहरसा होते हुए जब भूपेंद्र नारायण मंडल यूनिवर्सिटी की चौखट पर पहुंचे तब तत्कालीन कुलपति ने नजरअंदाज कर विदेश दौरा पर चले गए।

छात्र हित की लड़ाई लड़ने की जिद ऐसी थी जो कहां रुकने वाला था….

तमाम कोशिशों के बाद जब व्यवस्था में कोई परिवर्तन दिखाई नहीं दिया तब एक मात्र विकल्प बचा था Hunger Strike (भूख हड़ताल) और हुआ भी वही। जब भूख हड़ताल की शुरुआत हुई, तब कोसी कमिश्नरी की लगभग सभी वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधि की उपस्थिति होती है और आश्वासन मिलता है कि हम आपके इस व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई में पुरजोर तरीके से मदद करेंगे।

भूख हड़ताल लगातार 17 दिनों तक चलता है, मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से यह एक बड़ा मुद्दा बन चुका होता है। तत्कालीन राज्यपाल के पास जब यह मुद्दा पहुंचता है, तब तुरंत संज्ञान लेते हैं और तत्कालीन कुलपति से बात करके तुरंत निर्देश देते हैं कि तुम्हारे विश्वविद्यालय मे कुव्यवस्था को लेकर के एक छात्र नेता भूख हड़ताल पर बैठा है और तुम विदेशों में टूर कर रहे हो, फिर तत्कालीन कुलपति बिना कोई सूचना के विदेशों से वापस आते हैं और सीधे विश्वविद्यालय के आगे भूख हड़ताल स्थल पर पहुंचते हैं। ठोस आश्वासन देकर भूख हड़ताल को समाप्त करवाते हैं।

जिसका परिणाम आज सबके सामने है जो ग्रेजुएशन पहले 6 वर्षों में होता था आज वही 4 वर्षों में कंप्लीट हो रहा है,
सुनने में आया है नई शिक्षा नीति नियमावली के अनुसारम अब ग्रेजुएशन 4 साल में फाइनल होगा जिसको पूरे देश के लिए निश्चित कर दिया गया है।

फिर 2017 में शुरुआत होती है राष्ट्रीय राजनीति की और दमदार उपस्थिति होती है कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी के निर्देश पर NSUI के राष्ट्रीय टीम की गठन होता है जिसमें बिहार से 9 वर्ष बाद एकमात्र छात्र नेता मनीष कुमार का चयन राष्ट्रीय संयोजक के पद पर होता है, साथ में पहले दिल्ली प्रदेश प्रभारी फिर 2018 मे राजस्थान NSUI प्रदेश प्रभारी भी बनाया जाता है।

राजस्थान में छात्र संघ चुनाव में NSUI को दमदार वापसी कराने में सफल होते हैं, पुणः दिल्ली प्रभारी एवं दिल्ली विश्वविद्यालय पूर्वांचल प्रभारी NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा बनाया जाता है, दिल्ली विश्वविद्यालय में भी अपने कार्यशैली मैं कोई बदलाव नहीं करते हुए सबों के दिल जीत लेते हैं।

जिसका परिणाम आज बिहार के सहरसा जिले के महिषी विधानसभा क्षेत्र संख्या 77 में स्थानीय युवा एवं सभी बुद्धिजीवियों के द्वारा आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एक अच्छे प्रत्याशी के रूप मे देखना चाहते हैं।

हेमंत चौधरी
कोशी की आस@सहरसा

- Advertisement -