रितेश : हन्नी
कोसी की आस@सहरसा।
महान स्वतंत्रता सेनानी सह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रमेश झा की 34वी पुण्यतिथी पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके निज गाँव गढ़िया में उनके स्मृति स्थल एवं बनगाँव के भगवती स्थान में 34 दीप जलाकर उन्हें नमन किया। उनके गाँव गढ़िया में पूर्व विधायक आलोक रंजन, रोशन झा, अमित कन्हैया, डब्बू मिश्रा, दीपक कुमार झा, अमरज्योति जायसवाल, रवि, ईश्वर कात्यायन सहित सैकड़ो ग्रामीण ने दीप जलाकर उन्हें नमन किया।
मौके पर पुर्व विधायक आलोक रंजन ने कहा आज के युवा पीढ़ी को उनसे सीख लेनी चाहिये। साथ ही बनगाँव के भगवती स्थान में उनकी याद में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता महावीर झा ने की और संचालन पारस कुमार झा एवं सुमन समाज ने की। मौके पर रमण झा ने कहा कि युवाओं के द्वारा किया जा रहे कार्यक्रम और जारूकता निश्चित रूप से सराहनीय है और युवाओं के द्वारा बनगाँव में रमेश बाबू की प्रतिमा अनावरण की बात की गयी।वो अविकल्पनिय है और हर हाल में उनके अगले पुण्यतिथि में हमलोग उनकी प्रतिमा को अनावरण करने का संकल्प लें। इसमें हरसंभव हम हरेक चीज से मदद करने को तैयार है।
वहीं विमलकांत झा ने कहा कि आज सभी को रमेश झा की रमेशी बनने की जरूरत है तब ही हमारा समाज आगे बढ़ सकता है, पंडित रघुवंश झा ने कहा कि वो कभी जातिवाद नही करते थे, वो महान समाजवादी नेता थे। वहीं आरापट्टी पंचायत की मुखिया शांति लक्ष्मी चौधरी ने कहा जहाँ सरकार आज नारी शिक्षा पर सिर्फ राजनीति कर रही है, वही रमेश झा बहुत पूर्व ही नारी शिक्षा पर सरकार में रहकर सरकार के विरुद्ध सदन में आवाज उठाने का काम किये।
बनगाव उत्तरी के पूर्व मुखिया धनंजय झा ने कहा कि सहरसा के लगभग 3000 लोगो को उन्होंने नौकरी दी। वहीं अक्षय चौधरी ने कहा कि ये बड़ा दुर्भाग्य है कि इतने अच्छे लोग जिन्होने इतना काम किया उनके बारे में गूगल पर कुछ भी नही है। वहीं सुदीप कुमार सुमन ने कहा कि ये दुर्भाग्य है जो इतने लोगो को मदद करने वाले लोग भूल रहे हैं, राहुल बिलटू ने कहा वे एक समाजवादी थे। साथ ही मौके पर गोपाल झा, संदीप कश्यप, निर्मल मिश्र, कुमुदानंद झा, धनंजय झा, चंदन पाठक, रंजेश झा, शशि भारद्वाज, रविशंकर कुमार, अमित आनंद , सुप्रीत राज विकास, रविन्द्र, मृणाल कामेश, त्रिपुरारी, डॉ अमीर खां , हिमांशु झा, चंचल, योगेश भारद्वाज सहित सैकड़ो ग्रामीण ने 34 दीप प्रज्वलित किया एवं एक मिनट मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।