सहरसा जिले के बिहरा थाना क्षेत्र के सिहौल गांव के समीप सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग में टेंपो पलटने से उस पर सवार पिता की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वहीं पुत्र गंभीर रूप से जख्मी हो गये। जख्मी का इलाज पीएचसी पंचगछिया में किया जा रहा है।
मुआवजा की माँग को लेकर, ग्रामीणों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव के साथ सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग जाम कर यातायात अवरूद्ध कर दिया। वहीं घटना के बाद चालक टेंपो छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलते ही जाम स्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष प्रमोद झा ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करने का अथक प्रयास किया, मगर ग्रामीणों ने वरीय अधिकारी के आने एवं मृतक के स्वजनों को मुआवजा राशि देने की मांग पर अडिग थे।
घटना की सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी ऊषा देवी समेत स्वजनों का रो-रोकर हाल बुरा है। जानकारी के अनुसार, सिहौल निवासी 45 वर्षीय बबलू कुंवर अपने पुत्र आशीष के साथ सहरसा से अपने गांव टेंपो से आ रहे थे। उसी दौरान सिहौल पेट्रोल पंप के समीप सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग में तेज रफ्तार होने के कारण टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में पिता की मौत घटनास्थल पर हो गई। वहीं पुत्र गंभीर रुप से जख्मी हो गये। स्थानीय लोगों ने पिता एवं पुत्र को इलाज हेतु पीएचसी पंचगछिया ले गया। जहां चिकित्सकों ने पिता को मृत घोषित कर दिया गया।
वहीं पुत्र का इलाज जारी है। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव के साथ गांव के समीप सहरसा – सुपौल मुख्य मार्ग जाम कर यातायात अवरूद्ध कर दिया। थानाध्यक्ष के सूचना पर जामस्थल पहुंचे सीओ अखिलेश कुमार द्वारा दस दिनों के अंदर मृतक स्वजनों को मुआवजा राशि देने का भरोसा दिलाकर जाम समाप्त करने का आग्रह किया गया। मगर आंदोलनकारी तुरंत मुआवजा देने की जिद पर अड़े रहे।
रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा