रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा
प्रधानमंत्री के आह्वान पर सुबह 7:00 बजे से जनता कर्फ्यू शुरू हो गया है। अच्छी बात यह है कि जनता ने इस कर्फ्यू को आपार जन समर्थन दिया है। 1974 में रेल परिचालन 27 दिन तक बंद रहने के बाद आज पहली बार पूरे 24 घंटे के लिए रेल परिचालन को बंद किया गया है। रेलवे स्टेशन के आसपास भी यात्री नहीं देखे जा रहे हैं।

कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लिया गया है निर्णय
सहरसा सदर के स्टेशन रोड, डी•बी रोड, बनगाँव रोड, समाहरणालय रोड, गांधी पथ, बस स्टैंड रोड, वी•आई•पी• रोड आदि जगहों पर भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। जनता कर्फ्यू का असर शहर से लेकर गाँव तक देखने को मिला। जो तस्वीरें उन इलाकों से आई हैं। उनमें भी जनता कर्फ्यू का पूरा असर देखने को मिल रहा है। “कोशी की आस” वेब पोर्टल अपने सभी पाठकों से यह अनुरोध कर रहा है कि कोरोना जैसी भयावह बीमारी को हराने के लिए 1 दिन घर से बाहर न निकलते हुए जनता कर्फ्यू को अपना समर्थन दें जिससे संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक लगा रहेगा कर्फ्य
आपको बताते चलें कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से आह्वान किया है कि आज सुबह 7:00 बजे से रात के 9:00 बजे तक घरों से बाहर न निकले जिससे कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। दरअसल कोरोना वायरस किसी स्थान पर अधिकतम 12 घंटे तक ही जीवित रह सकता है, यदि इसे कोई इंसानी शरीर ना मिले। ऐसे में तकरीबन 14 घंटे का कर्फ्यू कोरोनावायरस को कम करने में काफी सक्षम होगा। उन्होंने बताया कि जनता कर्फ्यू किसी दल अथवा व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि, मानवता की रक्षा करने के लिए आवश्यक है। आज लोग इटली की हालत देख सकते हैं, जहाँ समय रहते सतर्कता न बरतने से कैसे हालात हुये हैं।