सदर अस्पताल स्थित सभा भवन में कालाजार रोग के कारण, जांच और उपचार को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

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राजेश कुमार, सहरसा सवांददाता

 

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सदर अस्पताल स्थित सभा भवन में बुधवार को कालाजार रोग के कारण, जांच और उपचार को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सभी पीएचसी प्रभारी, एएनएम समेत अन्य मौजूद थे।

इस अवसर पर सिविल सर्जन डा. ललन प्रसाद सिंह ने कहा कि बालू मधुमक्खी के काटने से कालाजार होता है। समय पर उपचार करने से यह पूरी तरह ठीक हो सकता है। सरकारी अस्पतालों में जांच व दवाई की सुविधा उपलब्ध है। डा. दिलीप कुमार ने कहा कि लोग घर के अंदर साफ-सफाई रखें। उन्होंने बताया कि इस रोग के लक्षण 15 दिन से अधिक समय तक बुखार रहना है। इस रोग से खून की कमी हो जाती है, चेहरा का रंग काला हो जाता है, भूख नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि इस रोग की जांच सभी अस्पतालों में मुफ्त में करने की सुविधा है। 15 मिनट के अंदर जांच पूरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि एकल खुराक से कालाजार ठीक हो सकता है। अगर दूसरे रूप का कालाजार हुआ तो 12 हफ्ते के अंदर दवा लेने से ठीक हो सकता है। सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में दी जाती है। कार्यशाला में नसनीन बानो समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।

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