नई कृषि बिल के खिलाफ आज भारत बंद का आह्वान किया गया जिसका असर सहरसा में भी देखने को मिल रहा है। जिसमें कई राजनीतिक दलों और कई संगठन के लोग शामिल हुए। ऐसे में बंद के दौरान सुपौल से सहरसा आ रही पैसेंजर ट्रेन को नंदलाली हॉल्ट के पास सीपीआई कार्यकर्ताओं के द्वारा रोका गया वहीं शहर के कई चौक चौराहों को पूरी तरह से ठप कर बाजार बंद कराया गया। इस दौरान राजद के पूर्व विधायक के नेतृत्व में महागठबंधन के दर्जनों नेता सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। साथ ही किसान विरोधी बिल वापस लेने की मांग किया।
वहीं इस बंद के दौरान पूर्व विधायक अरुण कुमार यादव ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए नये कृषि बिल को काला कानून बताया। वहीं इस बिल को किसान के हित में नहीं होने की बात कही और इस कृषि बिल से बड़े बड़े व्यवसाइयों को लाभ मिलने की बात कही और इस बिल के खिलाफ अनवरत आंदोलन करने की बात कही।
रितेश हन्नी
कोशी की आस@सहरसा