सहरसा – जिले में उत्तर बिहार के पहले प्लेस ऑफ सेफ्टी का उद्धघाटन शुक्रवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार शुक्ला ने किया। बच्चों के अधिकारों को प्रोत्साहित एवं सुरक्षित करने के उद्देश्य पर आधारित इस बाल सुधार गृह में 14 जिले के 16 से 18 वर्ष के विधि विवादित बच्चे रहेंगे। ऐसे बच्चे जिन्होंने गंभीर अपराध किए हों या सजाबार हों। वहीं 18 से ऊपर होने पर दोष सिद्ध बच्चे को स्पेशल होम पटना भेजा जाएगा और 16 से कम वर्ष के बच्चे को पर्यवेक्षण गृह भेजा जाएगा।इससे पहले ऐसे किशोर को पटना भेजा जाता था।
इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार शुक्ला ने कहा कि आज न केवल सहरसा बल्कि पूरे प्रदेश के लिए महत्व का दिन है। यहां 16 से 18 वर्ष के बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेवारी विभाग की होगी। वहीं जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि यहां 14 जिलों के विधि विवादित बच्चे रहेंगे। मौके पर आरक्षी अधीक्षक लीपी सिंह, एडीजे प्रथम मोतीस कुमार सिंह, लोक अदालत के सचिव श्री रवि रंजन, सीजेएम अभय श्रीवास्तव, जज इंचार्ज प्रकाश कुमार सिन्हा, प्रधान दंडाधिकारी मनीष कुमार, सहायक निदेशक बाल संरक्षण सत्यकाम, किशोर न्याय परिषद सहरसा के सदस्य अरविंद कुमार झा के अलावे प्लेस ऑफ सेफ्टी के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
रितेश हन्नी
कोशी की आस@सहरसा