रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा
जिले भर में कानून व्यवस्था बनाये रखना पुलिस की जिम्मेदारी होती है, लेकिन जब पुलिस वाले ही अपनी मुलभुत सुविधा से वंचित रहे तो क्षेत्र में कैसे बेहतर कानून-व्यवस्था रह सकती है। ओ०पी० प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि सौरबजार थाना के बैजनाथपुर ओ•पी को एक भवन तक नही है। जिस भवन में बैजनाथपुर ओ•पी का संचालन किया जा रहा है। उसकी स्थिति काफी जर्जर है। ओ•पी में रहने वाले पच्चीस जवान व आधे दर्जन पुलिस पदाधिकारी वर्षों से बने चदरे के जर्जर बेरेक में रहने को मजबुर है। बारिश आंधी में जवान को विश्राम करना भी मुश्किल हो जाता है।
सहरसा मधैपुरा मुख्य मार्ग स्थित बैजनाथपुर ओ•पी की जिम्मेदारी तिरी, गम्हरिया, खजुरी सहित चार पंचायतो को विधि व्यवस्था बनाये रखने की है साथ ही दोनों मुख्य मार्ग पर होने वाली सड़क दुर्घटना व सड़क क्राईम को भी नियंत्रित रखना पड़ता है। ओ•पी को भवन होने के साथ जप्त वाहन को रखने के लिये भी गुदाम की व्यवस्था नही है। जप्त दो पहिया वाहन को सड़क किनारे लोहे की सिक्कर से बांध कर खुले आसमान में रखा जाता है। दो पहिया वाहन से उपर सभी जप्त वाहन को नहर विभाग के कलॉनी में रखा जाता है। जिसे धुप बारिश में जंग खाये जा रहा है।
इन दोनों बैजनाथपुर – सहरसा मुख्य मार्ग की जर्जर हालत किसी से छुपी नहीं है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रोज जर्जर सड़क की वजह से रोज सड़क दुर्घटना होती है, इस पर किसी की नजर नहीं पड़ती है न तो जनप्रतिनिधियों की न विभाग के अधिकारियों की। सबसे बड़ी बात है कि ओ•पी के मुख्य द्वार के सामने सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बन जाने से बरसात में पोखर बन जाता है और आए-दिन सड़क दुर्घटना होती है और पुलिस कर्मियों को भी आने-जाने में परेशानियों का आमना-सामना करना पड़ता है।