रितेश : हन्नी
कोसी की आस@सहरसा
शौच जाने का बहाना बना हथकड़ी से हाथ निकाला और टूटी खिड़की से फरार हो गया कैदी
सहरसा पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जिले के जेल से इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया एक कैदी (Prisoner) पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार (Absconding) हो गया। कैदी के फरार होने की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि कैदी का अब तक उसका कोई सुराग नहीं पता चल पाया है।
बताते चलें कि कैदी का इलाज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा था। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि गुरुवार को मंडल कारा सहरसा में बंद नौशाद उर्फ शमशाद नामक कैदी की तबीयत जेल में खराब हो गई थी। जिसके बाद जेल प्रशासन ने उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस कस्टडी में ही यहां इमरजेंसी वार्ड में उसका इलाज चल रहा था, लेकिन देर रात को वह फरार हो गया। अस्पताल से निकलने के लिए इलाजरत कैदी ने शौचालय जाने का बहाना बनाया। वहां मौजूद पुलिस जवानों ने बताया कि कैदी नौशाद शौचालय जाने की बात कर गया था। हाथ में हथकड़ी भी लगी हुई थी लेकिन वह हथकड़ी से हाथ निकालने में कामयाब रहा और टूटी हुई खिड़की से भाग गया। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा होना तो लाजमी है। बहरहाल सवाल ये खड़ा होता है कि जब अस्पताल में कैदी के इलाज के लिये कैदी वार्ड है तो इमरजेंसी वार्ड में क्यों रखा गया ❓
हाथ में लगी हथकड़ी निकालने में वह कैसे कामयाब रहा ❓
क्या हथकड़ी को जानबूझकर ढीला छोड़ा गया था ❓