सहरसा – सोमवार 19 अक्टूबर की दोपहर 11:45 बजे से 3 बजे तक स्थानीय समाहरणालय स्थित तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए चुनाव अधिकारी कक्ष में गहमागहमी मची रही।
तीन दिशाओं से पहुँचा उम्मीदवारों का जत्था, छूटते रहे सुरक्षाकर्मियों के पसीने
साथ ही समाहरणालय के उत्तरी सड़क वीर कुंवर सिंह चौक की तरफ से जहां उम्मीदवारों का जत्था आता रहा। वहीं दक्षिणी छोर स्थित मत्स्यगंधा मंदिर रोड की तरफ से भी कई उम्मीदवारों का जत्था समाहरणालय पहुंचा। साथ ही पश्चिमी छोड़ हवाई अड्डा, पटेल मैदान सड़क से भी कई उम्मीदवारों का काफिला समाहरणालय तक पहुंचा। ऐसे में तीन दिशाओं से पहुंच रहे उम्मीदवारों के जत्थे को नियंत्रित, संयमित और उनमें से उम्मीदवार के साथ मात्र 3 समर्थकों को भीतर प्रवेश करवाने की जद्दोजहद में बिहार पुलिस सहित पारा मिलिट्री फोर्स के पसीने उतरते रहे।
हालांकि उम्मीदवार और उनके समर्थक काफी संयमित और बिना हो हंगामे के पुलिस द्वारा किए जा रहे रोकठोक को मानते रहे। उमीदवार नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से समाहरणालय के अंदर प्रवेश करते रहे। हालांकि शुरुआत में जब भाजपा और जदयू के दो पूर्व विधायक आलोक रंजन और गुंजेश्वर शाह एक साथ समाहरणालय में प्रवेश कर रहे थे तो उनके साथ भीतर प्रवेश करने के लिए उनके कई समर्थक समाहरणालय मुख्य द्वार पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों से उलझ भी गए। लेकिन भाजपा जिला अध्यक्ष दिवाकर सिंह द्वारा बरते गए सयम के बाद जहां सुरक्षाकर्मियों ने भी संयम बरता। वही उनके समर्थकों ने भी संयम बरतते हुए शांतिपूर्ण नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया संपन्न कराई।
दिन के 11:45 बजे से 3 बजे तक लगातार उम्मीदवारों के नामांकन की मची रही होड़
पहले विरोध के बाद ही अन्य उम्मीदवारों के समर्थक भी काफी संयमित हो गए और सुरक्षाकर्मियों ने भी अपना मोर्चा पूरी मुस्तैदी के साथ खोल दिया। जिसके बाद परिणाम सुखद रहा। देर शाम 3 बजे संध्या तक नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पहुंच रहे उम्मीदवार काफी शांतिपूर्ण नामांकन पत्र दाखिल कर समाहरणालय से बाहर निकलते रहे।
किस-किस विधानसभा से कौन-कौन उम्मीदवारों ने दाखिल किया नामांकन?
सहरसा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक आलोक रंजन ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। वे दिन के 11:55 बजे समाहरणालय पहुंचे। वे अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। जहां अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं राजद से लवली आनंद अपने हजारों समर्थकों के साथ दिन के 12:58 समाहरणालय पहुंचे और वे सीधे नामांकन पत्र दाखिल करने भीतर प्रवेश कर गए। वही जाप पार्टी के रंजन प्रियदर्शी ने भी 12 बजे दिन में समाहरणालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। जबकि रालोसपा के कृष्णा शेखर, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी के विमलेश कुमार सिंह ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना एवं रंजीत यादव ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
महिषी विधानसभा क्षेत्र
महिषी विधानसभा क्षेत्र से जदयू के उम्मीदवार गुंजेश्वर साह सैकड़ों समर्थक एवं स्थानीय सहरसा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार आलोक रंजन के साथ समाहरणालय दिन के 11:55 बजे पहुंचे। वहीं राजद के गौतम कृष्ण भी काफिले के साथ समाहरणालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। जबकि रालोसपा के शिवेंद्र सिंह जीसू भी नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं जाप से देव नारायण यादव उर्फ नुनू यादव, राष्ट्रीय समाज पक्ष पार्टी से मुन्ना मंडल, लोजपा से अब्दुल रज्जाक, बहुजन समाज मोर्चा पार्टी से अरशद हुसैन ने भी अपना अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
सोनबरसा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र
सोनबरसा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से रत्नेश सादा अपने काफिले के साथ दिन के लगभग 12:05 बजे समाहरणालय पहुंचे। उनके बाद लोजपा के सरिता पासवान समाहरणालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं कांग्रेस के तारणी ऋषिदेव दिन के लगभग 2 बजे समाहरणालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वही जाप पार्टी से मनोज पासवान, जनतांत्रिक लोकहित पार्टी के उमेश पासवान, निर्दलीय सिकंदर सादा ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
किस उम्मीदवार ने क्या कहा?
सहरसा विधानसभा
जाप पार्टी के उम्मीदवार रंजन प्रियदर्शी ने कहा कि वे पैराशूट प्रत्याशी नहीं है। जनता ने लोकप्रिय सांसद पप्पू यादव के कार्यों को देखा है। युवाओं की पसंद और झुकाव उनकी ओर है। मुझे युवाओं का भरपूर सहयोग है। पप्पू यादव से प्रयास को आगे बढ़ाउगा। जीत हमारी होगी।
वहीं भाजपा के आलोक रंजन ने बताया कि केंद्र की भाजपा सरकार का जो मुद्दा सबका साथ, सबका विकास और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मुद्दा है न्याय के साथ विकास, दोनों को साथ लेकर वे चुनाव के मैदान में खड़े हुए हैं। बीते 5 साल में सहरसा का विकास रुक गया था। उनको लेकर वे चुनाव में खड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लोगों का भरोसा है। वे जीतेंगे तो सहरसा के विकास को काफी आगे ले जाने का प्रयास करेंगे।
वहीं राजद के उम्मीदवार लवली आनंद ने कहा कि सबसे पहले भ्रष्टाचार को खत्म करना है। नीतीश के सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सत्ताधारी सत्ता पर बैठकर निर्दोष पूर्व सांसद को 14 सालों से जेल में बंदकर रखा है। सत्ताधारी को सत्ता के गद्दी पर से हटाना उनका लक्ष्य है। तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना है। सहरसा के विकास को आगे ले जाना है। उन्हें जन समर्थन प्राप्त है। वे पूर्ण बहुमत से जीतेगी और अहंकारी सत्ताधारी दल को सबक सिखाया जाएगा। सामाजिक समरसता लाई जाएगी। गंगा जमुनी एकता को समाज में स्थापित किया जाएगा।
वहीं भाजपा के बागी उम्मीदवार किशोर कुमार मुन्ना ने कहा कि जनता के आदेश पर वे चुनाव के रणक्षेत्र में उतरे हैं। जनता की लड़ाई को उन्हें लड़ना है। जनता के साथ उनकी लड़ाई लड़ेंगे। सहरसा का हालात खराब है। सहरसा के विकास के लिए उम्मीदवार बना हूं। जीत के बाद सहरसा का चौमुखी विकास किया जाएगा।
महिषी विधानसभा
जदयू के पूर्व विधायक गुंजेश्वर शाह ने नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि वे अपने कार्यकाल में महिषी क्षेत्र का विकास किये थे। कई विकास के गवाह लोग हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जा रहे विकास की गति को आगे बढ़ाया जाएगा। महिषी के रुके हुए विकास को गति दी जाएगी। जनता का पूर्ण सहयोग हैं। वे जीतकर पुनः विधानसभा पहुंचेंगे।
वहीं राजद के गौतम कृष्ण ने कहा कि वे ईमानदार जनप्रतिनिधि के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। महिषी का विकास अवरुद्ध है। वे ईमानदारी पूर्वक महिषी का विकास करेंगे और महिषी क्षेत्र को देश की पटल पर ले जाने का प्रयास करेंगे।
वहीं रालोसपा के शिवेंद्र सिंह जीशु ने कहा कि महिषी का बेटा हूं। यह उनकी क्षेत्र रही है। महिषी के विकास के लिए वे लगातार तत्पर रहे हैं। उन्हें सबों का समर्थन प्राप्त है। जनता का पूर्ण समर्थन है। उन्हें पूर्ण बहुमत से जीत दिलाकर विधानसभा पहुंचाएगी। वहीं लोजपा के उम्मीदवार अब्दुल रज्जाक ने कहा कि उनके पिता ने क्षेत्र की काफी सेवा की है। वे अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करने क्षेत्र में उतरे हैं। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि उन्हें जनता का समर्थन मिलेगा और वे जीतेंगे।
सोनबरसा (सुरक्षित) विधानसभा
क्षेत्र के विधायक एवं जदयू के उम्मीदवार रत्नेश सादा ने कहा कि सुशासन और विकास के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास के किए गए कार्य को लेकर क्षेत्र में जाएंगे। सात निश्चय योजना सहित कई लाभकारी योजनाओं से बिहार राज्य काफी आगे बढ़ा है। अब बिहार के किसान को पंजाब और हरियाणा के तरह खेतों तक पटवन के लिए बिजली उपलब्ध हो रहा है। जो कभी सपना था। उन्हें जनता का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। वह फिर विधानसभा में पहुंचेंगे।
वहीं लोजपा के सरिता पासवान ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से सोनवर्षा का उम्मीदवार बनी हूं। जनता तय करती है कि कौन उनके विकास को कर सकता है। जनता मालिक है। वे लगातार सोनबरसा की जनता की सेवा करती आई है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार उन्हें जनता का जरूर आशीर्वाद मिलेगा और वे विधानसभा पहुंचेंगी।
कांग्रेस के तारणी ऋषिदेव ने कहा कि सोनबरसा काफी पीछे चला गया है। वहां जलजमाव सहित बाढ़ व बरसात के समय जनजीवन अस्त व्यस्त रहता है। मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। वे इन्हीं मुद्दों को लेकर क्षेत्र की जनता के पास पहुंचेंगे और उन्हें उम्मीद है कि जनता का आशीर्वाद उन्हें मिलेगा और वे विधानसभा पहुंचेंगे।
रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा