सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के जीवछपुर पंचायत वार्ड 10 में अतिक्रमण हटाने आये प्रशासन के लोगो को आक्रोश का सामना करना पड़ा। लोगो ने पंचायत के मुखिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाने के दौरान विरोध कर रहे लोगो पर गाँव के मुखिया ने एक साजिश के तहत बाहर के बदमाशो को मंगाकर लोगो पर हमला करवाया।
इधर आक्रोशित लोगों ने बीरपुर छातापुर मार्ग एस. एच 91 को जाम कर दिया। स्थानीय लोगो ने बताया कि इस हमले में जीवछपुर पंचायत के महानंद मुखिया के पुत्र 14 वर्षीय सचिन कुमार, बबिता देवी, प्रेमश्वरी देवी, कुंती देवी, रीता कुमारी, शालों देवी गंभीर रूप से जख्मी हो गई है, जिसमें सचिन कुमार की गर्दन पर धारदार हथियार से वार करने के वजह उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
सड़क जाम कर रहे लोगो का कहना था कि जीवछपुर वार्ड 10 में प्रशासन पूरी पुलिस बल के साथ सरकारी जमीन पर अतिक्रमण खाली करवाने आये थे, लोगों का कहना है कि उक्त संबंध में प्रशासन के द्वारा पहले नोटिस नही दिया गया था। अचानक प्रशासन के द्वारा घर तोड़े जाने को लेकर लोगो ने विरोध करना शुरू कर दिया।
विरोध होता देख स्थानीय एक जनप्रतिनिधि के इशारे पर उनके गुर्गे और पुलिस बल के जवानों ने लोगो के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। लोगो ने बताया कि मारपीट के दौरान महिला और बच्चे तक को भी नही बख्शा गया। लोगो ने बताया कि पंचायत के मुखिया खुद सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर पोखर खुदवाकर मछली पालन कर रहा है। लेकिन प्रशासन इस मामले में कोई कदम नही उठाता है।
उक्त घटना को लेकर गुस्साए महिला-पुरुष ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इधर सड़क जाम होने से दोनों और वाहनों का लंबी कतार लग गई थी। सड़क जाम कर रहे लोगो का कहना था कि जब तक प्रशासन दोषी जनप्रतिनिधि की गिरफ्तारी नही करती तब तक सड़क जाम नही हटेगा।
इस संदर्भ में छातापुर के सीओ सुमित कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा गांव म अतिक्रमित सरकारी जमीन को खाली करवाया जा रहा था, जिसमे अतिक्रमणकारियों के द्वारा अतिक्रमण हटाने में बाधा डाला उत्पन्न की जा रही थी। जिसको लेकर प्रशासन के द्वारा शख्ती बरती गई। उसी को लेकर अतिक्रमणकारियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
उधर पुलिस ने बताया कि सीईओ के लिखित आवेदन पर 15 नामजद व 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस अनुसंधान में जुट गई है।
क्या कहते है जनप्रतिनिधि?
घटना के संदर्भ में जीवछपुर मुखिया प्रतिनिधि रमेश कुमार मुखिया ने बताया कि प्रशासन के द्वारा सरकारी जमीन से अतिक्रमण को हटाया जा रहा था। अतिक्रमण हटाने को लेकर लोग आक्रोशित हो गए और मार पीट करना शुरू कर दिया। मेरे परिजन द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा था। इसी दौरान अनलोगों से भी अतिक्रमण कारियों ने मारपीट किया। मारपीट के दौरान उनके पुत्र आर्यन कुमार, नीतीश कुमार तथा राजा कुमार जख्मी हो गए। उन्होंने जनप्रतिनिधि पर लगाए जा रहे आरोप को गलत बताया है।
एन के सुशील
कोशी की आस@सुपौल