एन के सुशील
कोशी की आस@सुपौल
जिले के छातापुर प्रखंड मुख्यालय के वार्ड 6 समेत क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में चैती नवरात्र पूजा का आयोजन किया गया है। जिससे माहौल भक्तिमय बना हुआ है। आज मंगलवार को पूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा भक्तिभाव से संपन्न हुई।
पंडित पुजारी ने बताया कि सप्तमी तिथि पर महाशक्ति माँ दुर्गा के सातवें रूप माँ कालरात्रि की पूजा की जाती है। माँ कालरात्रि काल का नाश करने वाली हैं, इसी वजह से इन्हें कालरात्रि कहा जाता है। नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा करने से हमारे मन का हर प्रकार का भय नष्ट होता है। जीवन की हर समस्या को पलभर में हल करने की शक्ति प्राप्त होती है। शत्रुओं का नाश करने वाली माँ कालरात्रि अपने भक्तों को हर परिस्थिति में विजय दिलाती हैं। पंडित कुमदनंद झा ने कहा कि देवी के सभी रूपों की पूजा अर्चना करने से समृद्धि मिलती है।