छातापुर से दो पत्रकारों के कोशी सीमांचल के एक दिवसीय अंतर जिला कार्यक्रम में सम्माननित होने से स्थानीय लोगों में खुशी देखी गई। कोसी सीमांचल के मुद्दे और मीडिया को लेकर सेंटर फॉर रिसर्च एंड डायलॉग के द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन अररिया जिले के नरपतगंज प्रखण्ड क्षेत्र के मिल्की डुमरिया में किया गया। आयोजन स्थल के स्थानीय निवास पर पूर्व डीएसपी जो वर्तमान में पटना के कॉलेज के प्रोफेसर हैं डॉ अखिलेश कुमार के आवास पर उक्त आयोजन किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ रेडियों मधुबनी के राज झा, स्वतंत्र पत्रकार सह संस्थापक सीआरडी व पूर्व डीएसपी अखिलेश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में अररिया जिले सहित सुपौल किशनगंज अन्य जिले के तमाम पत्रकारों उपस्थित हुई। वहीं कार्यशाला में रेडियो मधुबनी के संस्थापक ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए बताया कि किस तरह आज मोबाइल जर्नलिज्म का दौर बढ़ रहा है मुख्य रूप से मोबाइल जर्नलिज्म में तीन बिंदु होते है जिसमें तकनीकी, कंटेंट और मोनिटरिंग अहम है। मोबाइल जर्नलिज्म के बारे में विभिन्न टूल्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया की न्यूज में मुद्दा व रिसर्च होना चाहिए ताकि आपकी खबर चर्चा का विषय बने। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वापस मीडिया ओडियो में शिफ्ट होने वाला है जैसे पहले के जमाने में लोग रेडियो पर समाचार सुनते थे।
वहीं पटना के वरिष्ठ पत्रकार व लेखक पुष्यमित्र जी के द्वारा जानकारी दी गई खबर संकलन करने की विधि, हमारे क्षेत्र के मुख्य मुद्दे क्या हैं। घटनाओं को अगर देखा जाए तो वो तो है ही पर मुख्य समस्या वाली मुद्दा क्या है? क्या हम अपने क्षेत्र के सही आंकड़ों को सही तरीके से दिखा पाते हैं। मुद्दा चाहे पलायन का हो या बेरोजगारी का हो या बाढ़ जैसी विविषिका की जो मुख्य समस्या बनी रहती है ओर भी कई सामाजिक मुद्दे हैं जो हमारे सामाजिक स्तर को आगे नहीं पीछे की ओर ले के जा रहे हैं क्या ये सब ख़बर पर हमारी नजर पहुंच पाती है तो हम ये सब ख़बर पर अधिक से अधिक शब्दों में खबर लिखनी शुरू करनी होगी तब जा कर हमारे क्षेत्र में सामाजिक स्तर बढ़ेगा।
खबर लिखने के लिए खबर से पहले हमें उस से जुड़े हुए मुद्दे का अध्यन करना होगा उसके बाद आंकड़े की सही स्थित देनी होगी। या तो उनसे जुड़े जो भी उस क्षेत्र से है उन से जानकारी लेनी होगी और अगर सरकारी पक्ष से अगर कोई टिप्प्णी मिल रही है तो उसे भी खबर में शामिल करनी होगी तब जा कर हमारे क्षेत्र के खबर की महत्ता को सामने से पढ़ा जा सकेगा। मोके पर वहीं वरिष्ठ महिला पत्रकार सीटू तिवारी जी ने कहा कि तस्वीरें हमारी रिपोर्ट को समृद्ध करती है खबर संकलन के दौरान क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए इनके बारे में मुख्य रूप से बताई जानी चाहिए। वहीं अगर खबर के संकलन हेतु कोई तस्वीर को किस तरह से हम संजोए कर ले जो की सही और सजग तरीके से लोगों को खबर के दौरान समझ में आ सके।
मौके पर सीआरडी के संस्थापक समन्वयक सोमू आनंद,सत्यम झा, पत्रकार एन के सुशील, संजय कुमार भगत, रवि रौशन कुमार , त्रिभुवन कुमार आदि समेत बड़ी संख्या में कोशी सीमांचल के पत्रकार उपस्थित थे ।
एन के शुशील
कोशी की आस@सुपौल