छातापुर में शांतिपूर्ण माहौल में दुर्गा माँ को दी गई विदाई। इसके साथ ही दुर्गापूजा शांतिमय वातावरण में संपन्न हो गया। पुलिस प्रशासन व दुर्गा पूजा समिति शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिमा विसर्जन को लेकर मुस्तैद रहे। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए पुलिसबल लगातार गस्त करते रहे। लोगों ने नम आँखो से माता दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम विदाई दिया। मन्दिर प्रांगण से मुख्यमार्ग स्टेट हाईवे 91 से होकर चुन्नी पंचायत के कटिंग में मां के प्रतिमा को विसर्जित किया गया। मालूम हो की क्षेत्र में दुर्गा पूजा के अवसर पर मेला व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए तथा सरकार के गाइड लाइन के अनुसार किसी भी प्रकार के कार्यक्रम व मनोरंजन या अन्य दुकान को लगाने की अनुमति नहीं दी गयी थी।
भक्तों के द्वारा मास्क व सोशल डिस्टेनसिंग नियमों का पालन कराते हुए माता दुर्गा के मंदिर परिसर में पूजा अर्चना किया गया। मौके पर पूजा कमिटी के सदस्य व आमजन समेत भक्त लोग मौजूद थे। हालांकि सामाजिक दूरी को कायम रखते हुए आवश्यक दुकान लगी जिससे कि मेला जैसा नजारा दिखा। पूजा अर्चना और मां के विदाई के समय सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष भक्तों की भीड़ मन्दिर प्रांगण में जुटी रही। श्रद्धालु नर नारियों ने भीगी आंखों से मां दुर्गा को धूप दीप दिखाकर विदाई दिया। विसर्जन जुलूस में कमिटी के सदस्य समेत स्थानीय आमजन, बच्चे, बुजुर्ग भी उत्साह के साथ भाग लिए।
विसर्जन में जाते समय जगह जगह मां की प्रतिमा को धूप दिखाकर आस्था वान भक्त नमन करते दिखे। इस दौरान भक्तों द्वारा मां देवी दुर्गा के जयकारे लगाए जा रहे थे। जिससे क्षेत्रीय माहौल भक्तिमय बना रहा। पूजा कमिटी के अध्यक्ष गौरी शंकर भगत, राहुल कुमार गुड्डू, नागेश्वर मांगरे ता, संजय कुमार भगत, राम टहल भगत, मुकेश कुमार आदि समेत सैकड़ों की संख्या में भक्त मौजूद थे।
एन के सुशील,
कोशी की आस@ सुपौल