सुपौल जिले के छातापुर थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गांव स्थित एसएच 91 पर मंगलवार को एक अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आने से तीन वर्षीय बालक की हुई दर्द नाक मौत। बताया जाता है कि अनियंत्रित ट्रक ने सड़क किनारे खेल रहे तीन वर्षीय बालक को रौंदा दिया। जिससे घटना स्थल पर ही बालक की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार छातापुर से भीमपुर की ओर एसएच 91 से जा रही ओवरलोड तेज रफ्तार ट्रक माधोपुर पंचायत के हरिहरपुर गांव स्थित पंचायत भवन के निकट सड़क किनारे अशोक साह का नाती तीन वर्षीय देवांश कुमार खेल रहा था। इसी क्रम में भीमपुर की ओर से छातापुर की ओर आ रही सवारी बस को साइड देने के क्रम में ट्रक चालक ने अपना संतुलन खो बैठा और खेल रहे बच्चे को रौंदते हुए भागने लगा।
ग्रामीणों द्वारा ट्रक का पीछा किया गया। लेकिन ट्रक चालक ने घटना स्थल से 500 गज दूरी पर लालजी चौक के पास ट्रक खड़ी कर चालक एवं सहचालक भाग निकला। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने एसएच 91 को घण्टो जाम कर प्रदर्शन करने लगा। इस दुखद घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पंचायत समिति सदस्य भवेस कुमार यादव घटना स्थल पर पहुंचे और पुलिस को घटना एवं सड़क जाम होने की जानकारी दिया।
सूचना मिलने के बाद छातापुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना को अंजाम देने वाला ट्रक को कब्जे में लिया। इसके साथ छानबीन ने जुट गई। पुलिस द्वारा आक्रोशित लोगों को समझते हुए जाम समाप्त करने की भी अपील की जाने लगी। लेकिन स्थानिय ग्रामीणों ने पुलिस की एक न सुनी, और वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अरे रहे। लगभग डेढ़ घंटे जाम के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि में जदयू के जिला महासचिव मोती अहमद, समिति सदस्य भवेश यादव, कांग्रेस पूर्व प्रखंड अध्यक्ष शुसिल प्रसाद मंडल, पनोरमा ग्रुप के सीएमडी संजीव मिश्रा, जदयू नेता उपेंद्र प्रसाद सिंह, स्थानीय मुखिया सरयुग प्रसाद मंडल आदि जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयास से जाम को तोड़वा कर आवगमन बहाल करवाया गया। जाम के दौरान सड़क के दोनों साइड वाहनों का लंबी कतार लग गई थी।
मृतक बालक के ननिहाल पक्ष के परिजनों ने बताया कि बालक अपने ननिहाल आया हुआ था। जहा आज ऐसी दुखद घटना हो गई। बताया कि बालक मधेपुरा जिला के आलमनगर थाना क्षेत्र निवासी अजित कुमार साह का पुत्र है जो अपने माँ खुशबू देवी के साथ नहिहाल हरिहरपुर आया हुआ था। इधर घटना को लेकर परिजनों में चीख पुकार मच गई । परिजनों के करुण क्रंदन से माहौल गमगीन बना हुआ है। मृत बालक की मां एक ही रट लगाकर बेसुध हो जाती थी कि हमर बाबू की इ की भाय गले हो भगवान, ई नाबोध केकर की बिगाड़ लके रहे हो…परिजनों को आसपास के लोग सांत्वना देते दिखे।
एन के सुशील
कोशी की आस@सुपौल