जलती कार की वज़ह से नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीके से हुई थी दो युवक की हत्या

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सुपौल : बीते 27 मई को छातापुर थाना क्षेत्र के महद्दीपुर से पुरब सुरसर नदी पूल के समीप बरामद जले हुए कार सहित जलकर भस्म दो यूवकों के कंकाल मामले का उद्भेदन कर लिया गया है। घटना के 50 दिन बाद हुए उद्भेदन पश्चात सोमवार को छातापुर थाना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस ने जो जानकारी दी वह काफी चौंकाने वाला है।

प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ गणपति ठाकुर ने बताया कि अवैध कारोबार से जुड़े कार सवार दोनों यूवकों की पहले गला दबाकर हत्या कर दी गई। जिसके बाद हत्या को दूर्घटना का रूप देने के लिए दोनों के शव को कार के अंदर रखकर पेट्रोल उड़ेल दिया गया और कार को आग के हवाले कर दिया गया। घटना स्थल पर प्रारंभिक छानबीन में ही पुलिस को सुनयोजित तरीके से हत्या करने के बाद उसे आग के हवाले करने की आशंका थी जो सत्य साबित हुई।

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मृतक दोनों यूवक के परिजनों द्वारा पुलिस को दिये गये आवेदन में भी सरयंत्र के तहत हत्या कर उसे जला देने का आरोप लगाया गया था। आवेदन में तीन लोगों पर हत्या का आरोप लगाते उसे नामजद किया गया था। हत्या की प्राथमीकि दर्ज करने के बाद अनुसंधान प्रारंभ किया गया और नामजद अभियुक्त मधेपुरा जिले के साहुगढ निवासी संतोष यादव सहित तीनों के विरूद्ध साक्ष्य एकत्रित किये गये। जिसके बाद गिरफ्तारी हेतू तीनों अभियुक्तों के घर लगातार छापेमारी की गई । लेकिन तीनों ही फरार पाये गए थे। परंतु ने आखिरकार मुख्य अभियुक्त संतोष यादव को मधेपुरा जिले के साहुगढ स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।

मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद हुआ मामले का हुआ खुलासा :

एसडीपीओ श्री ठाकुर के अनुसार गिरफ्तार संतोष यादव घटना का मुख्य साजीशकर्ता है। जिसने अपने स्वीकारोक्ती बयान में बताया है कि उसके अलावे चार अन्य लोग इस घटना में शामिल हैं। इसके अलावे एक स्कार्पियो का अज्ञात चालक भी है। मृतक दोनों यूवक अन्य दो यूवकों के साथ मिलकर शराब व गांजा की तस्करी का धंधा करते थे। जिसमें दोनों मृतकों ने अपने एक साथी का दो लाख रूपया पचा लिया था। जिसके प्रतिशोध में उसके साथियों ने साजीश रचकर घटना को अंजाम दिया है।

साजिश के तहत किसी बहाने मृतक दोनों यूवकों को पहले अररिया जिले के नरपतगंज थानान्तर्गत खैरा कोशकापुर ले जाया गया। जहां रंधीर यादव पिता स्व. अरूण यादव के गोदाम पर ले जाकर दोनों को कमरे में बंद कर दिया गया। जिसके बाद शराब पार्टी हुई और मृतकों के शराब में नशीली पदार्थ(जहर) मिला रहने के कारण दोनों बेहोश हो गये। बेहोशी हालत में ही दोनों यूवकों की लोहे के पाईप से गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद दोनों शव को उसी के कार में रखकर समीप के पेट्रोल पंप से 10 लीटर पेट्रोल लिया गया। इसके बाद उसी कार में सवार होकर उन्हें छातापुर थानाक्षेत्र के महद्दीपुर के समीप सुरसर पुला के पास पेट्रोल छिड़कर कार में आग लगा दी गई। जबकि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गये थे।

यहाँ बतादें कि बीते 27 मई को मधेपुरा जिले के शंकरपुर थानाक्षेत्र निवासी मृतक रविशंकर साह उर्फ रवि और अनिल कुमार बीआर 11 ए 6867 नंबर की सिलेरियो कार से दवा लाने की बात कहकर घर से निकला था। दोनों का शव छातापुर थानाक्षेत्र में महद्दीपुर बाजार से पुरब सुरसर पुल के समीप जले हुए कार से बरामद किया गया। दोनों का शव पुरी तरह से जलकर राख हो गया था और उसके सिर्फ कंकाल ही बचे हुए थे।

पुलिस की सुचना पर भागलपुर की एफएसएल टीम स्थल पर पहूंची और फोरेंसिक जांच के लिए नमूने एकत्रित किये गये। वहीं मृतक यूवकों के परिजन द्वारा थाना में दिये गये आवेदन पर कांड संख्या 150/21 दर्ज की गई थी ।

अनुसंधान और उदभेदन के लिए गठित विशेष टीम को किया जाएगा पुरस्कृत : एसडीपीओ

एसडीपीओ ने बताया कि गंभीर प्रवृति का मामला रहने के कारण पुलिस अधीक्षक सुपौल के द्वारा उनके नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम में शामिल पुलिस अंचल निरीक्षक त्रिवेणीगंज राजेश कुमार, त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह तथा कांड के अनुसंधान कर्ता सह छातापुर थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन को पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अनुसंधान के क्रम में उद्भेदन के लिए अबतक 15 से 20 लोगों से पुछताछ की गई। जिसके बाद सबों को नीजि मुचलकों एवं पीआर बाॅड पर छोड़ दिया गया। वहीं गिरफ्तार अभियुक्त संतोष यादव के बयान पर हिरासत में लिये गये चार लोगों के विरूद्ध किसी भी प्रकार का साक्ष्य नहीं मिलने के कारण चारों को भी पीआर बाॅड पर छोड़ा गया। बताया कि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी जल्द ही कर ली जाएगी। इस घटना में जिसकी भी संलिप्तता सामने आती है वे नही बचेंगे ।

एन के सुशील
कोशी की आस@सुपौल

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