केंन्द्र और राज्य सरकार माब लिंचिंग पर रोक लगाने में पूरी तरह नाकाम माबलिंचिंग में शामिल आतंकियों को राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जाएः खलीकुल्लाह अंसारी

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सोनू आलम

कोसी की आस@बलुआ बजार

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सुपौल/छातापुर- देश भर में लगातार मुसलमानों को माब लिंचिंग के नाम पर बेरहमी से मारा जा रहा है। अभी हरियाणा में मस्जिद के नाबिना इमाम और उनकी मजबूर पत्नी को भी दरिंदों ने लिंचिंग का शिकार बनाकर बेरहमी से मार दिया है। हद तो यह हो गई है कि हत्या के मुकदमा की जगह देश भर में पुलिस वाले 302 की जगह 304 की धारा लगा रहे हैं और लिंचिंग में शामिल आतंकवादियों को हर संभव सहयोग कर बचाने का काम कर रही है और जब पुलिस वाले आतंकवादियों को निर्दोष बचा लेती हैं तो केंद्र एवं राज्य की सरकार के नेता उस आतंकियों को माला पहनाकर, पार्टी में जगह देकर सम्मानित करते हैं। देश के मुसलमानों को पहले से ही कांग्रेस की सरकार ने कहीं का नहीं छोड़ा है और अब ऐसा लगता है कि कांग्रेस के ही तर्ज पर भाजपा भी मुसलमानों को एकतरफा निशाना बनाकर जहां तहां, जैसे तैसे जान से मरवा रही है। उक्त बातें खादिम ए मजलिस खलीकुल्लाह अंसारी ने छातापुर में मिडिया से बात करते हुए कही। श्री अंसारी ने कहा कि कांग्रेस सहित पुरे विपक्ष की चुप्पी इस बात का प्रमाण है कि देश में मुसलमानों की हो रही हत्या में कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष खामोश बनकर भाजपा का साथ दे रही है।

आखिर क्या बात है, किस का डर है जो विपक्ष भाजपा के शासन के खिलाफ सड़कों पर आन्दोलन या सदन में मजबूत विरोध करने से डरती है। मुसलमानों को इस हालत में पहुँचाने में भाजपा से अधिक कांग्रेस सहित नामनिहाद के सेक्यूलर दल जिम्मेदार है। जबकि देश की जनता आज भी कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष की तरफ एक आशा भरी निगाह से देख रही है कि कोई तो उठेगा जो मोदी के राज का सफाया करेगा लेकिन ऐसा कहीं से कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा है। श्री खलीकुल्लाह अंसारी ने आगे कहा कि माॅबलिंचिंग जैसी नासूर बिमारियों पर केंद्र एवं राज्य की सरकार रोक लगाने में पूरी तरह से असफल है ऐसा लगता है कि सरकार के संरक्षण में ही मुस्लिम समुदाय के लोगों की माॅबलिंचिंग के नाम पर पूरे देश में सरकारी हत्या का नंगा खेल खेला जा रहा है। हमारा पार्टी एआईएमआईएम मांग करती हैं जितनी जल्द हो केंद्र एवं राज्य सरकार इस मामले पर चुप्पी तोड़े और अविलंब इसके खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाए, लिंचिंग करने वाले आतंकियों को राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करे और फाँसी की सजा दे। अगर सरकार इस मामले पर जल्द गंभीर नहीं हुई तो देश भर में इसके खिलाफ आन्दोलन की शुरूआत की जायेगी। अपने अधिकार के लिए जिस तरह से दूसरी जाति के लोग आन्दोलन के द्वारा अपनी मांगे मनवा लेते हैं मुसलमानों को बेबस न समाझा जाए। अगर मुसलमान सड़कों पर आ गए तो सरकार की नींद हराम हो जायगी। श्री अंसारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आन्दोलन की शुरूआत बिहार से ही की जायेगी क्योंकि बिहार समाजवादियों की धरती रही है यहाँ से उठने वाली आवाज केंद्र की गुंगी बहरी और अंधी सरकार की निव हिलाने के लिए काफी है। श्री अंसारी ने कहा कि जिस प्रकार से माॅबलिंचिंग की घटनाऐं देश भर में लगातार अंजाम दी जा रही है उससे मुस्लिम समुदाय में काफी आक्रोश बढ़ता जा रहा है कहीं यह आक्रोष आन्दोलन की रूप रेखा ले ली तो केंद्र एवं राज्य की सरकार को संभालना मुश्किल होगा। इसलिए सरकार मुसलमानों के सब्र का इम्तेहान ना ले और देशहित में जितनी जल्द हो लिंचिंग के खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाए ताकि इस नासूर बीमारी जिससे देश तबाही की तरफ बढ़ रहा है उसपर रोक लग सके।

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