सोनू/अक्षय
कोसी की आस@सुपौल।
जिले के छातापुर प्रखंड अंतर्गत युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव सह पनोरमा ग्रुप के निदेशक संजीव कुमार मिश्रा ने शनिवार को प्रखंड के रामपुर पंचायत स्थित सिद्दीकी चौक के समीप “पनोरमा पब्लिक स्कूल” का शिलान्यास किया। उन्होंने अपनी पत्नी समाजसेवी कविता मिश्रा के साथ संयुक्त रूप से स्कूल की आधारशिला रखी।
यहाँ बता दें कि श्री मिश्रा की पत्नी छातापुर विधानसभा से इस बार अपनी किस्मत आजमाएंगी। वे लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क भी कर रही हैं। इसी बीच श्री मिश्रा द्वारा अस्पताल का निर्माण करवाना और फिर स्कूल का शिलान्यास किया है। शनिवार को रामपुर पंचायत स्थित निर्माणाधीन पनोरमा हॉस्पिटल से उत्तर स्कूल का भूमिपूजन के साथ शिलान्यास किया गया। मौके पर खूब राजनीतिक खिचड़ी भी पकी। लोगबाग कह रहे थे कि श्री मिश्रा राजनीति के मजे हुए खिलाड़ी हैं। वह क्षेत्र की जनता को यह दिखा रहे हैं कि बिना एमएलए रहते हुए जब हम इतना कुछ कर सकते हैं तो फिर राजनीतिक पावर मिलने के बाद यहाँ विकास की गाड़ी दौड़ेगी। हालांकि श्री मिश्रा के समर्थक स्कूल शिलान्यास के बाबत किसी भी तरह की राजनीति से इन्कार करते हैं। लेकिन राजनीतिक प्रेक्षक कहते हैं कि राजनीति का एक टोटका हुआ करता है कि जो नहीं हो, वही देखो और वही आज कल छातापुर विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
श्री मिश्रा के समर्थक अनुसार अस्पताल या स्कूल के पीछे कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं, शुद्ध समाजसेवा ही है।
बहरहाल, स्कूल का शिलान्यास के पीछे उद्देश्य जो भी हो, लेकिन यह तो साफ है कि अब यहाँ के बच्चों को बाहर जाकर पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। यहाँ बता दे कि छातापुर प्रखण्ड के रामपुर वार्ड नंबर तीन के निवासी हैं संजीव मिश्रा। विकास के मामले में इस क्षेत्र की स्थिति आज भी ठीक नहीं है। कहीं-कहीं तो हजारों की आबादी की जिंदगी चचरी पुल पर रेंग रही है। ऐसी स्थिति तब है जब राज्य सरकार 500 की बसावट वाले बस्तियों पर सड़क बनाने की बात कर रही है।
उन्होंने बताया कि काफी सोच समझकर हमने सीबीएसई पैर्टन का एक अच्छा स्कूल खोलने का निर्णय लिया, ताकि इलाके के बच्चे को पढ़ाई करने के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। इस मौके पर राजद के प्रखंड अध्यक्ष मोहमद हसन अंसारी, अकील अहमद खान, कांग्रेस नेता ललन कुमार यादव, शिशुपाल सिंह बच्छावत, उदित नारायण यादव, सुशील मंडल, अरविंद यादव, बबलू कुसियत आदि समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।